जामिया मिल्लिया इसलामिया कैंपस में रविवार शाम को पुलिस के घुसने को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन उच्च स्तरीय जाँच की माँग करेगा। इसके साथ ही एफ़आईआर भी दर्ज कराई जाएगी।
नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध की आग दिल्ली के जामिया मिल्लिया इसलामिया और उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुसलिम विश्वविद्यालय के बाद अब सोमवार को लखनऊ के विश्वविद्यालय में पहुँच गई है।
नागरिकता क़ानून के विरोध में जामिया मिल्लिया इसलामिया के छात्रों के प्रदर्शन और हिंसा के बाद स्थिति और ख़राब हो गई है। मेट्रो सेवा प्रभावित हुई है और सोमवार को क्षेत्र के स्कूलों को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं।
नागरिकता क़ानून के समर्थन-विरोध को हिन्दी भाषी प्रदेशों में ‘हिन्दू-मुसलमान’ में तब्दील करने के सत्ताधारी एजेंडे को लेकर विपक्ष सतर्क नज़र क्यों नहीं आ रहा है?
नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ विरोध कर रहे जामिया मिलिया इसलामिया के छात्रों और पुलिस के बीच ज़बरदस्त झड़प हुई। पुलिस ने प्रदर्शन करने वाले छात्रों पर लाठीचार्ज किया।
नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ मेघालय की राजधानी शिलांग में राज भवन के पास कथित तौर पर प्रदर्शन करने वालों द्वारा पथराव किए जाने के बाद पुलिस ने आँसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया।
नागरिकता संशोधन के विरोध की आग मेघालय पहुँच गई है। विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए असम, त्रिपुरा के बाद अब मेघालय में भी मोबाइल इंटरनेट और एसएमस सेवा को बंद कर दिया गया है।
सरकार एनआरसी लाकर लगातार घुसपैठियों को देश से भगाने का दावा करती रही तो अब नागरिकता देने की बात क्यों? सरकार ने एनआरसी से कितने घुसपैठियों को बाँग्लादेश भेजा? अब नागरिकता विधेयक क्यों? अब जब असम जल रहा है तो सरकार क्या कर रही है? क्या बंदूक़ की गोली इसका जवाब हो सकती है? देखिए आशुतोष की बात।
नागरिकता संशोधन विधेयक के ख़िलाफ़ पूरा असम जल रहा है, पूरे राज्य में ज़ोरदार आन्दोलन चल रहा है। गुवाहाटी में सुरक्षा बलों की गोलीबारी में दो आन्दोलनकारी मारे गए हैं।
नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में गुवाहाटी सहित क़रीब-क़रीब पूरा असम जल रहा है, लेकिन असम के ही बराक घाटी में इसका विरोध नहीं, बल्कि स्वागत किया जा रहा है।