जाने-माने वकील कपिल सिब्बल मूल रूप से कांग्रेसी हैं लेकिन हर दल में उनके संपर्क हैं। अभी दो दिन पहले सपा ने राज्यसभा में जाने के लिए उनकी उम्मीदवारी पर मुहर लगाई है। कपिल सिब्बल के संपर्कों को देखते हुए विपक्ष उन्हें राष्ट्रपति चुनाव में अपना संयुक्त प्रत्याशी बना सकता है।
राष्ट्रपति के चुनाव में बीजेपी क्या एनडीए के उम्मीदवार को जीत दिला पाएगी। एनडीए के साथ ही विपक्ष का उम्मीदवार कौन होगा इसे लेकर भी सियासी कसरत जारी है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा था कि बीजेपी मायावती को राष्ट्रपति बनाने जा रही है। उस पर मायावती ने गुरुवार को पलट वार किया। मायवती ने कहा कि मैं सीएम-पीएम तो बनना चाहती हूं लेकिन राष्ट्रपति तो हर्गिज नहीं।