खुद को चुनावी रणनीतिकार कहने वाले प्रशांत किशोर उर्फ पीके को जेडीयू ने बिजनेसमैन बताया है। पीके जेडीयू में फिर से घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं। जेडीयू चीफ ललन सिंह ने शनिवार 17 सितंबर को उन पर कड़ा हमला बोला है।
प्रशांत किशोर नीतीश के बेहद करीबी लोगों में रहे हैं। नीतीश ने ही उन्हें जेडीयू का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था। लेकिन वह क्यों फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ आना चाहते हैं?
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने हाथ जोड़कर क्यों कहा कि अब भविष्य में कभी भी कांग्रेस में शामिल नहीं होऊँगा? उन्होंने क्यों कहा कि खुद तो डुबेगी ही मुझे भी डुबो देगी?
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन । PK: अगले 20-30 साल राजनीति BJP के इर्द-गिर्द घूमेगी, हराना मुश्किल । राष्ट्रपति चुनाव: बीजेपी ने की अहम बैठक; एकजुट होगा विपक्ष?
जब से प्रशांत किशोर ने बिहार से नयी शुरुआत करने को लेकर ट्वीट किया है तब से बिहार की राजनीति में गहमागहमी क्यों है? क्या प्रशांत किशोर और नीतीश कुमार में बात बनने की कोई गुंजाइश नहीं है?
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। ‘4 दलों के अलावा नई राजनीतिक मुहिम का कोई भविष्य नहीं’ । सिद्धू के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग, पंजाब कांग्रेस प्रभारी का सोनिया को पत्र
क्या कांग्रेस और प्रशांत किशोर के बीच वार्ता नाकाम होने की वजह दोनों पक्षों का एक दूसरे के प्रति विश्वास नहीं होना था? क्या पीके कांग्रेस का इस्तेमाल करने के लिए शामिल हो रहे थे?
पीके के मना करने के बाद कांग्रेस के सामने अब क्या रास्ता बचा है .क्या कांग्रेस बचेगी या बिखर जाएगी .क्या क्या विकल्प बचा है सोनिया गांधी के पास .आज की जनादेश चर्चा .