आज जनसत्ता के प्रधान संपादक रहे प्रभाष जोशी का जन्म दिन है। वे कट्टरपंथी ताकतों से जीवन भर लड़ते रहे। उन्होंने 'राम की अग्नि परीक्षा' शीर्षक से यह लेख 7 दिसंबर, 1992 को लिखा था जो राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित उनकी किताब 'हिंदू होने का धर्म' में संग्रहीत है। संघ परिवार को समझने के लिए इसे पढ़ना चाहिए .और इसे पढ़ाना भी चाहिए।