महाराष्ट्र में अजीत पवार ने एनसीपी के ख़िलाफ़ जो बग़ावत की है उससे और पुराने घटनाक्रमों से यह साफ़ होता है कि राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए ही उन्होंने यह क़दम उठाया है।
महाराष्ट्र में शनिवार को दिन भर चले सियासी नाटक में कौन जीता और कौन हारा? एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को कैसे दी पटखनी और अजीत पवार कैसे हुए पैदल?
बड़ा सवाल यह है कि क्या अजीत पवार का एनसीपी तोड़ने का पूरा खेल ख़राब हो गया है? विधायक धनंजय मुंडे के वापस पार्टी की बैठक में लौटने से यह बात अब चर्चा में है।
अहमद पटेल ने कहा कि महाराष्ट्र में चुपचाप बिना किसी को बताये हुए शपथ ग्रहण कराई गई, ऐसा करके संविधान की धज्जियां उड़ाई गई हैं और बेशर्मी की हद पार कर दी गई।
महाराष्ट्र में हुए सियासी घटनाक्रम के बाद एनसीपी और शिवसेना के नेताओं ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस की। प्रेस कॉन्फ़्रेंस में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि यह फ़ैसला अजीत पवार का है और एनसीपी के निर्णय के ख़िलाफ़ है।
संजय राउत ने मीडिया से कहा कि शनिवार को शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस, तीनों ही पार्टियों के नेता अपने विधायकों के पत्र राज्यपाल को सौंप देंगे।
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर चल रहे सियासी गुणा-गणित के बीच कांग्रेस ने कहा है कि उसके और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के बीच सभी मुद्दों पर बातचीत पूरी हो चुकी है।