हम पीछे की ओर क़दमताल करते लग रहे हैं । धीरे धीरे लोकतंत्र की चूलें ढीली हो रही हैं और हम तिस पर भी तालियाँ बजा रहे हैं । अजब वक्त है कि जब पूरा समाज कालिदास हो गया है जिस पेड़ पर बैठा है उसी को काट कर खुश है । हम पुलिस को नागरिकों की हत्या करने का हक़ कैसे दे सकते हैं ? सुनिये रिटायर्ड IPS अफ़सर वी एन राय जी को