Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। ममता ने पीएम को कराया 30 मिनट इंतज़ार और जब आईं तो रिपोर्ट सौंपकर कर बोलीं मुझे अन्य बैठकों में जाना है। बीजेपी ने कहा - जेपी ममता बनर्जी ने की संवैधानिक परंपराओं की हत्या। देखिए दिनभर की ख़बरें-
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। ममता ने पीएम को कराया 30 मिनट इंतज़ार और जब आईं तो रिपोर्ट सौंपकर कर बोलीं मुझे अन्य बैठकों में जाना है। बीजेपी ने कहा - जेपी ममता बनर्जी ने की संवैधानिक परंपराओं की हत्या। देखिए दिनभर की ख़बरें-
आमतौर पर टीवी, अख़बारों, प्रचार माध्यमों बिलबोर्डों में छाये रहने वाले मोदी कोरोना के संकट में क्यों ग़ायब हो गये ? लंदन की मशहूर पत्रिका द इकानामिस्ट ने ये सवाल पूछा है । आशुतोष के साथ चर्चा में शिवकांत, हरि कुमार, कार्तिकेय बत्रा और तुहिन सिन्हा ।
देश पर महा संकट पर किसकी जवाबदेही ? कोई इस्तीफ़ा नहीं? किसी को सजा नहीं ? क्यों ? आशुतोष के साथ चर्चा में श्रवण गर्ग, अनिल सिन्हा, सतीश के सिंह, प्रेम कुमार, विजय त्रिवेदी और आलोक जोशी
Satya Hindi news Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। बैठक के बाद बौखलाईं ममता, कहा- सीएम क्या बंधुआ मज़दूर हैं जो उनको बोलने नहीं दिया पीएम ने। ममता ने कहा - पीएम इतने असुरक्षित क्यों हैं? देखिए शाम तक की ख़बरें -
मोदी पर भड़कीं ममता, कहा - मुख्यमंत्री क्या बंधुआ मज़दूर है? आखिर क्यों मोदी से भिड़ने को तैयार हैं ममता?देखिए वरिष्ठ पत्रतकार मुकेश कुमार का विश्लेषण-
कोरोना की वजह से मोदी के ख़िलाफ़ लोगों में असंतोष बढ़ रहा है ? अमेरिकी Data Intelligence Company, Morning Consult का सर्वे । आशुतोष के साथ चर्चा में संजय कुमार, हरि कुमार और नीरजा चौधरी
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। सर्वे : महामारी के बीच मोदी की लोकप्रियता 22% गिरी। कांग्रेस ‘टूलकिट’ का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, जांच की मांग। देखिए दोपहर तक की बड़ी ख़बरें-
वैक्सीन से जुड़ा सवाल करने वाले पोस्टरों पर दिल्ली पुलिस जिस तरह से कार्रवाई कर रही है, वह आपातकाल की याद दिलाती है। क्या अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आपातकाल की विधिवत् घोषणा नहीं कर देनी चाहिए?
Satya Hindi news Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। पीएम : गांवों मे डोर-टू-डोर की जाए कोरोना टेस्टिंग । PM: केंद्र के वेंटिलेटर्स के इंस्टॉलेशन, ऑपरेशन का ऑडिट किया जाए
कोलकाता के ‘द टेलीग्राफ’ में छपे एक लेख ने वो लिखा जो कहना तो सब चाहते थे पर हिम्मत किसी ने नहीं की । रुचिर जोशी ने लिखा मोदी को इस्तीफ़ा देना होगा । क्या यही विकल्प हैं ? आशुतोष बता रहे हैं ।