क्या राहुल गाँधी और कैबिनेट मंत्री अश्विनी वैष्णव की जासूसी के मामले में गृहमंत्री को त्यागपत्र दे देना चाहिए? मुकेश कुमार के साथ चर्चा में हिस्सा ले रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार एन. के. सिंह, अनिल त्यागी, अशोक वानखेड़े, शीतल पी सिंह और नीरेंद्र नागर-
कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत देश के करीब पचास पत्रकारों की निगरानी की खबर सभी को हैरान करने वाली है .ऐसा क्यों किया गया इस पर आजकी जनादेश चर्चा शाम सात बजे
Satya Hindi news Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। रिपोर्ट: जासूसी वाली सूची में राहुल गांधी का भी नाम । प्रियंका : 'पेगासस वाले खुलासे घृणास्पद, अशुभ संकेत हैं
कांग्रेस ने पेगासस स्पाइवेयर से नेताओं, पत्रकारों और दूसरे लोगों की जासूसी करने के आरोपों में घिरे मोदी सरकार पर हमला किया है। उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार लोगों के बेडरूम में झांक रही है और जासूसी कर रही है।
पेगासस सॉफ़्टवेअर से जासूसी के निशाने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी थे। फ्रांसीसी ग़ैरसरकारी संगठन फ़ोरबिडेन स्टोरीज़ ने जो लीक डाटाबेस हासिल किया है, उसमें गांधी परिवार के इस सदस्य का फ़ोन नंबर भी था।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने एनएसओ के स्पाइवेयर पेगासस को लेकर खुलासे के बाद नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला किया है। उन्होंने कहा है कि यदि पेगासस के ख़ुलासे सही हैं तो नरेंद्र मोदी सरकार ने निजता के अधिकार पर गंभीर हमला किया है।
दुनिया के कुछ बड़े अखबारों ने 10 देशों के 1,571 टेलीफ़ोन नंबरों की फ़ॉरेंसिक जाँच करने से यह निष्कर्ष निकाला कि उनके साथ पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल किया गया था।
वाट्सऐप के प्रमुख विल कैथकार्ट ने एनएसओ के स्पाइवेयर पेगासस की आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि 'एनएसओ के ख़तरनाक स्पाइवेयर का इस्तेमाल दुनिया भर में मानवाधिकारों के घोर हनन के लिए किया जाता है और इसे रोका जाना चाहिए।'
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। 40 पत्रकारों, विपक्ष के तीन नेताओं की जासूसी का दावा। 5 साल में 326 राजद्रोह के केस दर्ज हुए लेकिन केवल 6 को सजा। सुबह तक की ख़बरें pegasus spyware india case: Phones Of Indian Politicians, Journalists Hacked Using Pegasus
देश के चोटी के 40 पत्रकारों की जासूसी पेगासस सॉफ़्टवेअर के ज़रिए की गई है। इसमें 'हिन्दुस्तान टाइम्स', 'द हिन्दू', 'इंडियन एक्सप्रेस', 'इंडिया टुडे', 'न्यूज़ 18' और 'द वायर' के पत्रकार शामिल हैं।
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जब गृह मंत्रालय से सवाल पूछा गया कि क्या सरकार ने इजरायली समूह के पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल वॉट्सऐप कॉल और संदेशों को टैप करने के लिए किया था तो सरकार ने इसका जवाब नहीं दिया।