संसद का विशेष सत्र 18 सितंबर से शुरू होगा लेकिन केंद्र सरकार ने उससे एक दिन पहले यानी 17 सितंबर को सभी दलों की संयुक्त बैठक बुलाई है। सरकार ने इस सर्वदलीय बैठक का भी एजेंडा नहीं बताया है। विपक्ष लगातार संसद सत्र का एजेंडा बताने की मांग कर रहा है।
जी20 खत्म हो चुका है। देश को उसकी खुमारी से बाहर निकलना चाहिए। सऊदी अरब के राजा के साथ फोटो भी हो गई। लेकिन क्या भारत के मुसलमानों को इससे कुछ हासिल होगा। उनके सामने तो वही सवाल हैं- क्या खाते हो, कपड़े कैसे पहनते हो, पाकिस्तान क्यों नहीं चले जाते...
कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर संसद के विशेष सत्र को लेकर देश को गुमराह करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के पत्र का बुधवार को केंद्रीय मंत्री प्रह्वाद जोशी ने जवाब दिया था। लेकिन कांग्रेस ने तथ्यों के साथ वापस जवाब दिया है।
मोदी सरकार द्वारा बुलाए गए संसद के विशेष सत्र में आख़िर किन मुद्दों पर बहस होगी? यदि मुद्दे तय नहीं हैं तो क्या आम लोगों से जुड़े मुद्दों पर बहस होगी? जानिए सोनिया गांधी ने क्या लिखा।
मोदी सरकार द्वारा बुलाए गए संसद के विशेष सत्र में विपक्ष की क्या रणनीति होगी? जानिए, इसकी तैयारी के लिए कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के नेता क्या कर रहे हैं।
बिना एजेंडा बताए, संसद का विशेष सत्र बुला लिया गया है। लेकिन ऐसा नामुमकिन है कि सरकार ने बिना सोचे समझे विशेष सत्र बुला लिया हो। हो सकता है कि सरकार ने कुछ ऐसा सोचा हो, जिसे वो बताना न चाहती हो लेकिन अगर विपक्ष सवाल न करे तो क्या करे। विपक्ष को लगातार सवाल पूछना चाहिए, जिसे वो कर भी रहा है।