क्या जातिभेद ख़त्म करके ‘विशुद्ध भारतीय’ बनने की चुनौती के सामने भारतीय समाज के सभी अंगों ने आत्मसमर्पण कर दिया है? और मीडिया इसे किस रूप में ले रहा है?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के आज 100 दिन पूरे हो गए। आख़िर इन दिनों में यात्रा से कांग्रेस ने क्या संदेश दिया और राजनीति में क्या बदलाव हुए? जानिए राहुल गांधी की इस यात्रा के मायने क्या हैं।
इलाहाबाद हाई कोर्ट में याचिका लगाकर ताजमहल के 22 कमरों को खोलने की मांग की गई। दावा किया गया कि हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियाँ हैं। कभी तेजोमहालय का दावा किया गया। सच क्या है? जानिए, ताजमहल की सचाई।
कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी के कांग्रेस के साथ जुड़ने के साथ यह सवाल अब ज़्यादा जोरशोर से उठने लगा है कि आख़िर वामपंथी क्यों कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं? इसका क्या असर पड़ेगा? पत्रकार रहे और हाल ही में कांग्रेस से जुड़े पंकज श्रीवास्तव की टिप्पणी...
बजरंग दल ने अहमदाबाद की एक दुकान में रखी कामसूत्र को धर्मविरोधी क्यों बताया? क्या देश में दकियानूसी सोच हावी होती जा रही है? 'भारत, अफ़ग़ानिस्तान से बेहतर है' जैसी तुलना की नौबत क्यों आई?
पत्रकार अरुण पांडेय नहीं रहे। वरिष्ठ पत्रकार पंकज श्रीवास्तव लिखते हैं- सुबह से फ़ेसबुक पर शोक की एक नदी बह रही है जिसके हर क़तरे पर एक नाम है- अरुण पांडेय।
महाराष्ट्र में कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाई तो शिवसेना के आदर्श शिवाजी को मुसलिम विरोधी क्यों बता रही है बीजेपी?
'सर्वविद्या की राजधानी' कहलाने वाली बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी बीएचयू के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में असिस्टेंट प्रोफ़ेसर पद पर हुई फ़िरोज़ ख़ान की नियुक्ति अब राष्ट्रव्यापी बहस का मुद्दा है।
सावरकर को लेकर भारतीय राजनीति में हमेशा विवाद रहा है। बीजेपी और हिंदुत्व की राजनीति करने वाले संगठन सावरकर को सबसे बड़ा देशभक्त बताते हैं जबकि कांग्रेस और कुछ इतिहासकार अपने दावों के जरिये इसे नकारते हैं।
आज वही तोलस्तोय कठघरे में हैं जिन्हें महात्मा गाँधी अपना 'आध्यात्मिक गुरु' मानते थे। बाम्बे हाईकोर्ट के जस्टिस सारंग कोतवाल ने वेरनॉन गोंजाल्विस से सवाल किया कि उन्होंने 'दूसरे देश के युद्ध की किताब' अपने घर में क्यों रखी है।