एम के स्टालिन के जन्मदिन पर चेन्नई में आयोजित एक रैली में भाग लेने पहुंचे नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला कहा, "जब हम सभी एकजुट होंगे और जीतेंगे, उस समय (संयुक्त विपक्ष) तय करेंगे कि देश का नेतृत्व करने और एकजुट करने के लिए सबसे योग्य व्यक्ति कौन है।"
लगातार विपक्षी एकता की बात करने वाले विपक्षी दलों के नेता क्या कभी एकजुट हो पाएँगे? क्या मनीष सिसोदिया की गिरफ़्तारी के बाद इसके संकेत मिल रहे हैं? क्या विपक्ष साथ मिलकर दूर-दूर तक बीजेपी से लड़ता दिख रहा है?
आज एक तरफ से राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू प्रसाद यादव ने मोदी सरकार को घेरा तो दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा, कांग्रेस लोकसभा चुनाव में विपक्षी एकता के लिए कुर्बानी देने को तैयार है. आज की जनादेश चर्चा.
नीतीश कुमार ने विपक्षी एका के लिए कांग्रेस को पहल करने का जो प्रस्ताव दिया था कांग्रेस ने उसपर कोई ठोस जवाब नहीं दिया. ऐसे में विपक्ष खुद क्यों नहीं कोई पहल शुरु कर रहा है?वह क्यों राहुल गांधी के भरोसे बैठा है? आज की जनादेश चर्चा.
छापों का यह मोदी युग है। छापों के दम पर विपक्ष की आवाज को दबाने का यह खेल नौ वर्षों से खेला जा रहा है। बीएसपी प्रमुख मायावती का उदाहरण सामने है। आज बीएसपी कहां है। अगर विपक्ष ने धारदार तरीके से मोदी युग के छापों का विरोध नहीं किया तो उसे इसकी कीमत चुकाना पड़ेगी।
नीतीश कुमार ने आज राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा की तारीफ करते हुए कहा कि कांग्रेस अब देर न करे विपक्ष तैयार बैठा है. सन्दर्भ 24 का लोकसभा चुनाव था. आज की जनादेश चर्चा.
भारत जोड़ों यात्रा समाप्त होने के मौके पर कांग्रेस ने 21 दलों को न्योता दिया है श्रीनगर की सभा में शामिल होने के लिए. क्या यह विपक्षी एकता की दिशा में कांग्रेस की महत्वपूर्ण पहल है?आज की जनादेश चर्चा.
शरद पवार ने राहुल गांधी को लेकर फिर अपना नजरिया साफ़ किया है. राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा जैसे जैसे अपनी मंज़िल की तरफ बढ़ रही है उसका न सिर्फ ज़न समर्थन बढ़ रहा है ब्लकि विपक्ष भी गोलबंद होता नजर आ रहा है. आज की जनादेश चर्चा.
बिहार में जब बीजेपी से नाता तोड़कर आरजेडी के साथ सरकार बनाई थी तो नीतीश ने एक तरह से विपक्षी एकता का अभियान छेड़ दिया था, लेकिन उस अभियान का क्या हुआ, क्या उसमें आगे भी कुछ होगा?
पीएम पद के उम्मीदवार के लिए विपक्ष की तरफ राहुल गांधी के नाम पर सहमति बनाने का प्रयास शुरू होता नजर आ रहा है. नीतीश कुमार ने इस दिशा में पहल की है. आज की जनादेश चर्चा
2024 के आम चुनाव से पहले विपक्षी एकता को लेकर काफी अटकलें लगाई जा रही हैं। लेकिन क्या विपक्षी एकता हो पाएगी? क्या राजनीतिक मजबूरी विपक्ष को एक ला सकती है? Sharat Ki Do Took कार्यक्रम में विपक्षी एकता को लेकर चर्चा.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि अगले लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों का मोर्चा मैदान में होगा .वे इस सिलसिले में बात कर चुके हैं .हाल के चुनाव के संदर्भ में नीतीश की यह पहल कितनी महत्वपूर्ण है ?आज की जनादेश चर्चा .
बिहार के कुढ़नी उपचुनाव में महागठबंधन की हार के बाद नीतीश कुमार ने बीजेपी के ख़िलाफ़ जीतने का एक नुस्खा सुझाया है। जानिए, बीजेपी को हराने के लिए नीतीश की क्या है राय।
कांग्रेस के साथ वाली विपक्षी एकता क्या आकार लेगी? इस सवाल का जवाब मिलना था, लेकिन इस पर साफ़ जवाब नहीं मिल सका। जानिए, सोनिया गांधी से मिलकर नीतीश और लालू क्या बोले।
पिछले एक पखवाड़े से विपक्षी दलों की गतिविधियां मोदी सरकार के लिए चिंता पैदा करने वाली हैं .राहुल गांधी ,नीतीश कुमार से लेकर अरविंद केजरीवाल तक अपने अपने तरीक़े से मोदी को चुनौती दे रहें हैं .ऐसे में अब 24 का चुनाव एकतरफा होगा यह नही लग रहा .आज की जनादेश चर्चा .