विपक्षी दलों की एकजुटता ने क्या बीजेपी के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी कर दी है? जानिए, बेंगलुरु बैठक के बाद से बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी पर क्या असर हुआ है।
बेंगलुरु में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कई घोषणाएं की हैं। जिसमें सबसे खास घोषणा है कि विपक्षी मोर्चे का नाम और 11 सदस्यों की समन्वय समिति।
विपक्षी दलों की एकजुटता क्या बीजेपी के लिए 2024 में बड़ी मुश्किल खड़ी करने वाली है? जानिए, विपक्षी दलों की बैठक को लेकर प्रधानमंत्री ने बेहद तीखा हमला क्यों किया।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। C Voter Survey: विपक्ष की बैठक को लेकर सर्वे में लोगों के जवाब ने चौंकाया। विपक्ष की बैठक जारी, सोनिया गांधी, ममता, केजरीवाल, नीतीश जैसे नेता मौजूद
क्या विपक्षी एकजुटता वाले दलों और बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के बीच गठबंधन में दलों की संख्या ज़्यादा करने की प्रतिस्पर्धा चल रही है? आख़िर इससे दोनों खेमों को लाभ क्या होगा?
एनसीपी प्रमुख शरद पवार विपक्षी दलों की बैठक में आज बेंगलुरु नहीं पहुंचेंगे लेकिन कल मंगलवार को वो बैठक में मौजूद रहेंगे। यह जानकारी उनकी पार्टी ने दी है।
विपक्षी एकता की बैठक से एक दिन पहले यह कैसे तय हुआ कि आम आम आदमी पार्टी विपक्षी एकता में शामिल होगी? जानिए आप की बैठक से पहले कांग्रेस ने क्या बड़ा फ़ैसला लिया।
विपक्ष की अगली एकता बैठक बेंगलुरु में 17-18 जुलाई को होगी। कांग्रेस की बुजुर्ग नेता सोनिया गांधी ने विपक्षी नेताओं को डिनर पर बुलाया है। इस बैठक में 24 पार्टियां हिस्सा ले सकती हैं।
क्या आम आदमी पार्टी विपक्षी एकता के साथ नहीं जाएगी? आख़िर एक के बाद एक झटके क्यों दे रही है? जानिए, इसने हरियाणा में पदाधिकारी घोषित कर क्या संकेत दिए हैं।
15 विपक्षी दलों की एकजुटता के लिए पटना में हुई बैठक से क्या प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी बिल्कुल भी विचलित नहीं हैं? क्या इन विपक्षी दलों का साथ आना सामान्य राजनीतिक घटना है?