प्रधानमंत्री मोदी ने चुनाव वाले राज्य उत्तर प्रदेश में आज जनसभा को संबोधित किया और फिर शाम में वह कोरोना के हालात पर समीक्षा बैठक भी करेंगे। जनसभा से कोरोना बढ़ेगा या घटेगा? और क्या इसकी समीक्षा भी होगी?
देश भर में ओमिक्रॉन संक्रमण के मामले बढ़ने से आमलोगों में कई तरह की चिंताएँ हैं? एक चिंता यह भी है कि यह कैसे पता करें कि ओमिक्रॉन का लक्षण क्या है? जानिए, शोेध क्या कहते हैं और विशेषज्ञों की क्या राय है...
ओमिक्रॉन वैरिएंट के संक्रमण का ख़तरा कितना ज़्यादा है? क्या हालात ज़्यादा ख़राब होने की आशंका है? प्रधानमंत्री की समीक्षा बैठक लेने की ख़बर क्यों आई है?
कोरोना के नये वैरिएंट के बढ़ते मामलों के बीच कई शहरों में अब क्रिसमस और नये साल के जश्न वाली सभाओं पर प्रतिबंध लगाए जाने की घोषणा की गई है। जानिए, किन-किन शहरों में लगे हैं प्रतिबंध।
भारत में पूरी आबादी को अभी पहली खुराक भी नहीं लगी है, 56 करोड़ लोगों को दो खुराक लगी है तो क्या बूस्टर खुराक देने पर फ़ैसला लिया जाएगा? बूस्टर खुराक के बिना ओमिक्रॉन के ख़तरे से कैसे निपटा जाएगा?
डेल्टा से भी तेज़ी से फैलने वाले ओमिक्रॉन वैरिएंट के बीच चुनावी रैलियों और बड़ी-बड़ी भीड़ इकट्ठा करने का क्या असर होगा? दूसरी लहर के लिए चुनावी सभाएँ कितनी ज़िम्मेदार थीं और क्या इससे सीख ली गई?
ओमिक्रॉन वैरिएंट के तेज़ी से फैलने के बीच क्या देश में अब कोरोना संक्रमण तेज़ी से फैलने वाला है? और क्या हालात पहले की तरह ही ख़राब होने की आशंका है? आख़िर केंद्र ने राज्यों को पत्र लिखकर क्यों चेतावनी दी है?
ओमिक्रॉन वैरिएंट को हल्के लक्षण वाला वैरिएंट मानने वालों के लिए यह ख़बर एक झटका हो सकता है। ब्रिटेन के बाद अब अमेरिका में भी इस वैरिएंट से संक्रमित व्यक्ति की मौत हो गई है।
ओमिक्रॉन को लेकर जिस तरह से शुरुआत में कहा गया कि इसके हल्के लक्षण दिख रहे हैं उसको लेकर अब विश्व स्वास्थ्य संगठन की प्रमुख वैज्ञानिक ने चेताया है। जानिए, इसने क्या कहा।
जिस ओमिक्रॉन वैरिएंट ने एक बार फिर से दुनिया को चिंता में डाल दिया है, उस वैरिएंट के मामले भारत में भी अब तेजी से बढ़ने लगे हैं। जानिए किन राज्यों में कितने मामले आए हैं।
कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के चलते तीसरी लहर आने की आशंकाओं के बीच भारत के तीन राज्यों में आज इस नये वैरिएंट के मामले सामने आए हैं। जानिए, देश में क्या हैं हालात।
ओमिक्रॉन वैरिएंट आने के बाद एकाएक जिस तरह का खौफ आम लोगों में फैला था वैसा ही खौफ अब शेयर बाजार में देखने को मिला। जानिए, सप्ताह के पहले ही दिन शेयर बाज़ार में बड़ी गिरावट क्यों आई।
केंद्र सरकार ने हाल ही में कहा है कि ब्रिटेन और फ्रांस की तर्ज पर अगर संक्रमण फैला तो भारत में हर दिन 13-14 लाख मामले आ सकते हैं। कुछ ही दिनों में यह वैरिएंट कई राज्यों में फैल चुका है।