एनआरसी को लेकर मोदी सरकार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। एनडीए में सहयोगी जेडीयू के मुखिया और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा में इसके विरोध में प्रस्ताव पास कर दिया है। एक और सहयोगी एआईएडीएमके के नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पलानीसामी ने कहा है कि वह विधानसभा में इसके विरोध में प्रस्ताव ला सकते हैं। अकाली दल पहले से ही एनआरसी के ख़िलाफ़ है। ऐसे में क्या बीजेपी और मोदी सरकार इस मुद्दे पर सहयोगियों के भारी दबाव में आ गयी है? सुनिए, वरिष्ठ पत्रकार शैलेश का विश्लेषण।