क्या बीजेपी को अब सहयोगियों के दूर होने की कमी खलने लगी है? शिवसेना, झारखंड में आजसू के एनडीए से अलग होने और दूसरे सहयोगियों के नाराज़ होने से क्या बीजेपी में खलबली मची है?
बिहार में उपचुनाव के परिणाम से बीजेपी नेताओं को यह कहने का मौक़ा मिला है कि मोदी के नेतृत्व को जनता ने स्वीकार किया है, लेकिन नीतीश के नेतृत्व को खारिज कर दिया है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव की तरह ही बिहार विधानसभा के उपचुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को झटका लगा है। राज्य में पाँच विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में से चार सीटों पर विपक्षी दलों ने जीत दर्ज की है।
तमाम मतभेदों के बाद भी बीजेपी नीतीश कुमार को क्यों झेल रही है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह क्यों उनको अगले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री मानने के लिए तैयार हैं।
बिहार में बीजेपी नेताओं का एक गुट लगातार नीतीश विरोधी बयानबाजी कर रहा था। इन नेताओं की कोशिश राज्य का मुख्यमंत्री बनने की थी। लेकिन अमित शाह के बयान ने इनके सियासी अरमानों पर पानी फेर दिया है।
बीजेपी का एक खेमा जिस तरह से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ख़िलाफ़ आक्रामक तेवर अपना रहा है? महागठबंधन में भी ऐसी ही स्थिति है। तो आख़िर चल क्या रहा है बिहार की राजनीति में?
क्या बिहार में बाढ़ के हालात ने आपको झकझोरा? पटना के अस्पतालों में पानी। तैरती मछलियाँ। पानी में डूबे बेड और ज़िंदगी से जूझते मरीज़। जन-जीवन अस्तव्यस्त है। क्या ये सामान्य हालात हैं?
बिहार में बाढ़ से हालात ख़राब हैं, जन-जीवन अस्तव्यस्त है। इस बीच राजनीति क्यों हो रही है? नीतीश कुमार कह रहे हैं कि सब ठीक है तो उनकी सरकार में ही सहयोगी बीजेपी के नेता क्यों खिंचाई में जुटे हैं? क्या विधानसभा चुनाव के लिए विशेष तैयारी चल रही है? देखिए सत्य हिंदी पर शैलेश की रिपोर्ट।
पिछले काफ़ी समय से बिहार में बीजेपी-जेडीयू के नेताओं के बीच बयानबाज़ियाँ हो रही हैं। कुल मिलाकर चेहरा कौन होगा, इसे लेकर राज्य की सियासत में घमासान जारी है।