बिहार विधानसभा का चुनाव दो गठबंधनों के बीच ही तय मालूम पड़ता है लेकिन इसमें यशवंत सिन्हा के नेतृत्व में तीसरा कोण भी उभरने की कोशिश कर रहा है। वह किनको ज़्यादा नुक़सान पहुँचाएँगे?
कुछ समय पहले तक बिहार में किसी ग़रीब परिवार की किसी लड़की ने साइकिल चलाने की हिमाकत कर ली तो सामने ही चरित्रहीनता का प्रमाणपत्र दे देना भी नॉर्मल यानी सामान्य था। कैसे आया बदलाव?
प्रवासी छात्रों और मज़दूरों को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्ष के निशाने पर हैं। क्या ये जंग नवंबर में बिहार विधान सभा के चुनावों की तैयारी का हिस्सा है। देखिए शैलेश की रिपोर्ट।
बिहार में कुछ महीने बाद चुनाव होने वाले हैं। राज्य में फ़िलहाल दो गठबंधनों के इर्द गिर्द चुनाव घूम रहा है, लेकिन जनता दल यूनाइडेट यानी जदयू नेता नीतीश कुमार इस बार ज़्यादा परेशान नज़र आ रहे हैं।
कन्हैया कुमार के ख़िलाफ़ राजद्रोह का मुक़दमा चलाने की अनुमति देकर दिल्ली सरकार ने बिहार में बीजेपी और नीतीश कुमार को थोड़े समय के लिए राहत की साँस लेने का मौक़ा दे दिया है।
प्रशांत किशोर ने अब राजनीति में अपने अपने गुरु नीतीश कुमार के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया है। अब वह सौ दिनों तक पूरे बिहार में घूम कर लोगों को बताएँगे कि असल में नीतीश विकास पुरुष हैं ही नहीं।
प्रशांत किशोर किसके दम पर आरजेडी नेता और बिहार के नीतीश कुमार से भिड़ रहे हैं? क्या उनकी चुनावी रणनीति इतनी मज़बूत है कि एक मँझे हुए नेता को हरा सकें? क्या उनको कुछ और सहयोग मिल रहा है? अगले चुनाव में वह कितना दे पाएँगे चुनौती? देखिए शैलेश की रिपोर्ट।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा के पूर्व सांसद पवन वर्मा के बाद पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर को भी खुली चेतावनी दे डाली।
नागरिकता क़ानून, नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार में क्या संबंध हैं? क्या मोदी और नीतीश कुमार एक ही राह पर हैं? अपनी ही पार्टी के नेता प्रशांत किशोर और पवन वर्मा के विरोध के बावजूद नीतीश कुमार नागरिकता क़ानून के पक्ष में क्यों खड़े दिखते हैं? क्या यह बिहार विधानसभा चुनाव के लिए है? क्या नीतीश मोदी के जाल में फँस गए हैं? देखिए आशुतोष की बात।
नागरिकता संशोधन क़ानून के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनियन के बीच पैदा हुई दरार लगातार बढ़ती जा रही है। अब पार्टी प्रवक्ता पवन वर्मा ने इस गठबंधन की मुखालफत करते हुए नीतीश कुमार को एक लंबा पत्र लिखा है।Satya Hindi