कारोबारी सुगमता रैंकिंग में बिहार फिसड्डी साबित हुआ है। बिहार को इस रैंकिंग में 26वाँ स्थान मिला है। नीतीश कुमार क्यों स्थिति नहीं सुधार पाए? इस मोर्चे पर सरकार की विफलता क्या चुनाव पर कोई असर डालेगी?
बिहार की बदहाल शिक्षा व्यवस्था की खामियाँ लगातार उजागर होती रही हैं। नीतीश कुमार सुशासन लाने का ढोल पीटते रहे हैं, लेकिन इस मोर्चे पर सरकार की विफलता क्या चुनाव पर कोई असर डालेगी?
कोरोना संकट ने बिहार की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था की खामियाँ एक बार फिर उजागर कर दी हैं। नीतीश कुमार सुशासन लाने का ढोल पीटते रहे हैं, लेकिन इस मोर्चे पर सरकार की विफलता क्या चुनाव पर कोई असर डालेगी?
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में नीतीश किस आधार पर वोट माँगेंगे? वह पंद्रह साल से सत्ता में हैं। वह बिहार को क्या स्वर्ग बना पाये? कैसी रही नीतीश सरकार की क़ानून-व्यवस्था?
बिहार विधानसभा का चुनाव दो गठबंधनों के बीच ही तय मालूम पड़ता है लेकिन इसमें यशवंत सिन्हा के नेतृत्व में तीसरा कोण भी उभरने की कोशिश कर रहा है। वह किनको ज़्यादा नुक़सान पहुँचाएँगे?
कुछ समय पहले तक बिहार में किसी ग़रीब परिवार की किसी लड़की ने साइकिल चलाने की हिमाकत कर ली तो सामने ही चरित्रहीनता का प्रमाणपत्र दे देना भी नॉर्मल यानी सामान्य था। कैसे आया बदलाव?
प्रवासी छात्रों और मज़दूरों को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्ष के निशाने पर हैं। क्या ये जंग नवंबर में बिहार विधान सभा के चुनावों की तैयारी का हिस्सा है। देखिए शैलेश की रिपोर्ट।
बिहार में कुछ महीने बाद चुनाव होने वाले हैं। राज्य में फ़िलहाल दो गठबंधनों के इर्द गिर्द चुनाव घूम रहा है, लेकिन जनता दल यूनाइडेट यानी जदयू नेता नीतीश कुमार इस बार ज़्यादा परेशान नज़र आ रहे हैं।
कन्हैया कुमार के ख़िलाफ़ राजद्रोह का मुक़दमा चलाने की अनुमति देकर दिल्ली सरकार ने बिहार में बीजेपी और नीतीश कुमार को थोड़े समय के लिए राहत की साँस लेने का मौक़ा दे दिया है।
प्रशांत किशोर ने अब राजनीति में अपने अपने गुरु नीतीश कुमार के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया है। अब वह सौ दिनों तक पूरे बिहार में घूम कर लोगों को बताएँगे कि असल में नीतीश विकास पुरुष हैं ही नहीं।
प्रशांत किशोर किसके दम पर आरजेडी नेता और बिहार के नीतीश कुमार से भिड़ रहे हैं? क्या उनकी चुनावी रणनीति इतनी मज़बूत है कि एक मँझे हुए नेता को हरा सकें? क्या उनको कुछ और सहयोग मिल रहा है? अगले चुनाव में वह कितना दे पाएँगे चुनौती? देखिए शैलेश की रिपोर्ट।