लगातार विपक्षी एकता की बात करने वाले विपक्षी दलों के नेता क्या कभी एकजुट हो पाएँगे? क्या मनीष सिसोदिया की गिरफ़्तारी के बाद इसके संकेत मिल रहे हैं? क्या विपक्ष साथ मिलकर दूर-दूर तक बीजेपी से लड़ता दिख रहा है?
नीतीश कुमार ने आज राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा की तारीफ करते हुए कहा कि कांग्रेस अब देर न करे विपक्ष तैयार बैठा है. सन्दर्भ 24 का लोकसभा चुनाव था. आज की जनादेश चर्चा.
बिहार के सीएम नीतीश कुमार विपक्षी एकता के लिए कांग्रेस को बहुत जरूरी मान रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जल्द से जल्द हमारे साथ आए, बीजेपी 2024 में 100 के नीचे आ जाएगी।
बिहार की राजनीति में उठापटक का नया दौर शुरू हो गया है। जेडीयू में उपेंद्र कुशवाहा ने बगावत का झंडा उठा लिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार किस तरह इसका सामना कर रहे हैं, जानिएः
बिहार में नीतीश और भाजपा का टकराव और बढ़ गया है. नीतीश ने कहा कि मर जाएंगे पर भाजपा में नहीं जाएंगे. उधर उपेंद्र कुशवाहा अलग मोर्चा खोले हुए हैं. आज की जनादेश चर्चा.
बिहार में बीजेपी और नीतीश कुमार के जेडीयू के बीच आख़िर इतनी तल्खी क्यों बढ़ गई है कि मरते दम तक गठबंधन नहीं करने की बात कही जा रही है? जानिए इसके मायने क्या हैं।
बिहार में क्या कुछ बड़ा राजनीतिक उथल-पुथल होने वाला है? उपेंद्र कुशवाहा ने क्यों कहा कि जेडीयू में उनका भी हिस्सा है? जानिए उन्होंने प्रेस कॉन्फ़्रेंस में क्या कहा।
उपेंद्र कुशवाहा की राजनीतिक गतिविधियां बता रही हैं कि वो बीजेपी के पाले में फिर से जाने को तैयार बैठे हैं। जेडीयू और नीतीश कुमार ने साफ कर दिया है कि कुशवाहा ऐसा करने को आजाद हैं। आखिर क्यों कुशवाहा और जेडीयू नजदीक आते-आते दूर होते जा रहे हैं।
बिहार में आरजेडी के नेताओं और विधायकों की बयानबाजी आरजेडी-जेडीयू गठबंधन को भारी पड़ सकती है। यही वजह है कि आरजेडी ने अब अपने नेता को आज बुधवार को कारण बताओ नोटिस देकर अपनी स्थिति स्पष्ट करना चाही है। जानिए पूरी बातः
अब जब नीतीश कुमार ने यह साफ कर दिया है कि बिहार सरकार में दो उप मुख्यमंत्री नहीं होंगे तो सवाल सबसे बड़ा यही है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा क्या करेंगे। क्या वह जेडीयू में बने रहेंगे?
क्या नीतीश कुमार उपेंद्र कुशवाहा को अपनी कैबिनेट में उप मुख्यमंत्री बनाएंगे। अगर ऐसा होता है तो आरजेडी इस पर कैसी प्रतिक्रिया देगी और अगर उपेंद्र कुशवाहा को उप मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाता है तो वह कितने दिन जेडीयू में रहेंगे।
बिहार में जब बीजेपी से नाता तोड़कर आरजेडी के साथ सरकार बनाई थी तो नीतीश ने एक तरह से विपक्षी एकता का अभियान छेड़ दिया था, लेकिन उस अभियान का क्या हुआ, क्या उसमें आगे भी कुछ होगा?