विपक्षी एकता की मुहिम में जुटे नीतीश कुमार आज कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात के क्या मायने हैं? जानिए, आख़िर हाल के दिनों में लगातार मुलाक़ातें क्यों।
दिल्ली में अफसरों के ट्रांसफ़र-पोस्टिंग को लेकर चल रहे घमासान के बीच नीतीश कुमार और अरविंद केजरीवाल की मुलाक़ात क्यों? जानें उन्होंने संविधान और विपक्षी एकता को लेकर क्या कहा।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार और दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल की आज रविवार को दिल्ली में केजरीवाल के आवास पर बैठक हुई। इस बैठक के बाद आप आदमी पार्टी ने कहा कि केजरीवाल अब उद्धव ठाकरे और शरद पवार से मिलने इसी हफ्ते मुंबई जा रहे हैं।
बिहार में जीतनराम मांझी फिर से बगावती तेवर दिखा रहे हैं। अप्रैल में उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी और तब नीतीश से संबंध तोड़ने से इनकार किया था लेकिन अब वो फिर से सक्रिय हो गए हैं।
विपक्षी दलों को एकजुट करने के अभियान में लगे नीतीश कुमार के ओडिशा में मिलने के बाद भी आख़िर नवीन पटनायक विपक्षी दलों के साथ गठबंधन को तैयार क्यों नहीं हैं?
विपक्षी दलों को एकजुट करने के प्रयास में लगे नीतीश कुमार क्या नवीन पटनायक को विपक्षी दलों के खेमे में लाने में सफल होंगे? जानिए, नीतीश से मिलकर नवीन पटनायक ने क्या कहा और इसका संदेश क्या है।
जाति आधारित सर्वेक्षण पर पटना हाई कोर्ट ने आख़िर स्टे किस आधार पर दिया है? जानिए, इस सर्वेक्षण के लिए नीतीश कुमार ने क्या-क्या तर्क किया और कौन-कौन से दल इसके पक्ष में हैं?
नीतीश कुमार सरकार के आनंद मोहन की रिहाई से जुड़े एक फ़ैसले ने बीजेपी के लिए बिहार में मुश्किलें खड़ी कर दी हैं? जानिए, आख़िर क्यों बीजेपी असमंजस में है कि वह उस फ़ैसले का समर्थन करे या विरोध।
कई विपक्षी दल साथ आ गए हैं, लेकिन कांग्रेस से बिदकने वाले दल भी यदि साथ आ जाएँ तो बीजेपी विपक्षी एकता से कैसे निपट पाएगी? जानिए, ममता बनर्जी के बाद अखिलेश यादव से नीतीश की मुलाक़ात के क्या मायने हैं।
कोलकाता में जेडीयू नेता नीतीश कुमार, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव की टीएमसी चीफ ममता बनर्जी के साथ विपक्षी एकता पर बैठक कामयाब रही। नीतीश अब लखनऊ जा रहे हैं, जहां शाम को अखिलेश से बात होगी। हाल ही में नीतीश ने कांग्रेस नेताओं से बात की थी। नीतीश इस समय विपक्षी एकता की धुरी बन गए हैं।
बिहार के सीएम विपक्षी एकता के लिए दूसरे दौर का दौरा फिर शुरू करने जा रहे हैं। वो आज 24 अप्रैल को बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से मिलने वाले हैं। हाल ही में नीतीश ने कांग्रेस और आप के नेताओं से मुलाकात की थी।
लालू यादव ने बत्तीस साल पहले लालकृष्ण आडवाणी के ‘राम रथ’ को बिहार के समस्तीपुर में रोकने का साहस दिखाया था। क्या नीतीश कुमार विपक्षी एकता से 2024 में मोदी के ‘विजय रथ’ को रोकने की हिम्मत दिखा सकते हैं?