नीतीश कुमार के पहले नाराज़ होने की ख़बर आई थी। फिर कहा जाने लगा कि उन्हें इंडिया गठबंधन की बैठक में संयोजक घोषित किया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आख़िर इसके पीछे वजह क्या है? कौन रोड़ा अटका रहा है?
लोकसभा के चुनाव 2024 में होंगे । बिहार में बीजेपी का सामना करने के लिये क्या है नीतीश की रणनीति ? क्या नीतीश चाहते हैं कि बीजेपी को चक्रव्यूह में घेर लिया जाये और लोकसभा के साथ विधानसभा का चुनाव करा लिया जाये ? आशुतोष के साथ चर्चा में संतोष सिंह, सतीश के सिंह, प्रेम कुमार मणि और अभिषेक कुमार ।
इंडिया गठबंधन की वर्चुअल बैठक बुधवार को होने जा रही है। खबर है कि इस बैठक में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के सीएम नीतीश कुमार को इंडिया का संयोजक नियुक्त किया जा सकता है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे ललन सिंह को उनके पद से हटा दिया है। नीतीश अब खुद जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए हैं।
बिहार की राजनीति में इन दिनों सीएम नीतीश कुमार को लेकर अटकलबाजियों का दौर जारी है। चर्चा इस बात को लेकर है कि नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन से नाराज चल रहे हैं। उनका अगला राजनैतिक कदम क्या होगा इसको लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को एक बार फिर से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई से अपने लगाव का इजहार किया है। उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी हर राजनीतिक दल ने शुरू कर दी है। अगले चुनाव में भाजपा और इंडिया गठबंधन के सीधे मुकाबले की बिसात बिछाई जा रही है। इंडिया में सीट शेयरिंग पर फैसला अभी होना है। उसी के साथ पीएम चेहरे को लेकर भी चर्चा चल रही है। ऐसे में टाइम्स नाउ और ईटीजी ने सर्वे कर पता लगाया कि इंडिया में कौन सा चेहरा पीएम के लिए सबसे बेहतर रहेगा। पढ़िए यह दिलचस्प सर्वे रिपोर्टः
क्या नीतीश कुमार 29 दिसंबर को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान ललन सिंह को जेडीयू प्रमुख के पद से हटाने पर विचार कर रहे हैं। बिहार में यह चर्चा गरम है। बिहार की राजनीति में आने वाले दिनों में काफी बदलाव देखने को मिल सकते हैं। लेकिन ललन सिंह को हटाने का फैसला नीतीश क्यों कर सकते हैं, वो जानना दिलचस्प है।
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर हर पार्टी अपनी रणनीति बनाने में जुटी हुई है। जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार को पार्टी बतौर प्रधानमंत्री अब पेश नहीं करेगी। पार्टी नई रणनीति के तहत सिर्फ टीम इंडिया शब्द इस्तेमाल करेगी। इस बीच, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने नीतीश से फोन पर बात की है। समझा जाता है कि नीतीश की नाराजगी दूर करने के लिए ऐसा किया गया। जानिए पूरी राजनीतिः
ऐसा लगता है कि नीतीश कुमार एक बड़ी योजना पर काम कर रहे हैं जो इंडिया अलायंस और बीजेपी दोनों को चौंका सकती है. 29 दिसंबर को जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक है. क्या 29 दिसंबर को नीतीश कुमार देंगे झटका?
यह जानकारी तब सामने आई है जब लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा से मुकाबला करने के लिए इंडिया गठबंधन तो बन चुका है लेकिन इसके घटक दलों के बीच सीट-शेयरिंग और पीएम उम्मीदवार जैसे सवालों पर अब तक कोई सहमति नहीं बन पाई है।