वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मध्यम वर्ग के करदाता राहत की उम्मीद कर रहे हैं। लेकिन निर्मला पर राजकोषीय अनुशासन बनाए रखने का भी दबाव है। ऐसे में बजट क्या लेकर आता है, यह देखना हैः
केंद्रीय बजट फिर आ रहा है। लेकिन यह मोदी सरकार के पिछले बजटों की तरह ही होगा या फिर इसमें बेरोजगारी से लड़ने की उम्मीद रखी जाए। रोजगार एक ऐसा मुद्दा है, जिससे बजट बनाने और पेश करने वाले डील नहीं करना चाहते। हर बार यह मुद्दा अछूता रहता है। वरिष्ठ पत्रकार अनन्त मित्तल की टिप्पणीः
अगर आप अभी भी अखबार पढ़ते होंगे और टीवी देखते होंगे तो आपको अंदाजा होगा कि बजट 2024 का कोई शोर नहीं है। बजट कैसा भी हो सरकार हेडलाइन मैनजमेंट में सक्षम है, उसे अच्छा ही कहा जायेगा। इसलिए, बजट अच्छा हो इसकी जरूरत ही नहीं है। वरिष्ठ पत्रकार संजय कुमार सिंह बता रहे हैं बजट का गणितः
जीएसटी काउंसिल की बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कई मदों में राहत की घोषणा की है। लेकिन फर्टिलाइजर (खाद) पर लगने वाले जीएसटी से देश के करोड़ों किसानों को कोई राहत नहीं मिली। इस मामले को मंत्रियों की कमेटी के सुपुर्द कर दिया गया।
परकाला प्रभाकर वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के पति है । लेकिन वो देश के जाने माने अर्थशास्त्री भी है । आशुतोष ने उनसे बात की । उनका कहना है कि इलेकटोरल बांड दुनिया का सबसे बडा स्कैम है और मोदी उसके लिये ज़िम्मेदार है । और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उन्हें इस्तीफ़ा दे देना चाहिये । उनका ये भी दावा है कि देश की अर्थव्यवस्था की हालत ख़स्ता है और इस चुनाव में बीजेपी को 240 से अधिक सीटें नहीं मिलेगी ।
क्या आपको पता है कि जनगणना जैसा अहम काम भी क्यों रोका गया है जिसे विश्वयुद्ध और कई तरह की महामारी में भी नहीं रोका गया था? अब अर्थव्यवस्था से लेकर रोजगार तक के आँकड़े क्या संकेत देते हैं?
लोकसभा चुनाव में क्या बीजेपी तमिलनाडु में कुछ सीट जीत भी सकती है? वह भी बिना किसी गठबंधन के। जानिए, आख़िर बीजेपी की पूर्व सहयोगी एआईएडीएमके ने उसको क्यों चुनौती दी है।
मोदी सरकार ने अंतरिम बजट पेश किया । कैसा है ये सरकार का बजट ? क्या इसे बजट
कहना उचित होगा ? क्यों सरकार इस मुग़ालते में है कि वहीं अगला बजट भी पेश करेगी ? क्यों नहीं टैक्स स्लैब में बदलाव किया ? आशुतोष के साथ चर्चा प्रो अरुण कुमार, प्रो संतोष मेहरोत्रा, सौरभ झा, विजय त्रिवेदी और संजय कुमार सिंह ।
लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार के इस अंतरिम बजट पर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि इस बजट में खुद की तारीफ़ के अलावा कुछ भी नहीं है। जानिए उन्होंने क्या क्या कहा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को अपना लगातार छठा बजट पेश किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का फोकस गरीब, महिला, युवा और किसान हैं। जानिए, उन्होंने क्या-क्या कहा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट में दो महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। लोगों को 300 यूनिट बिजली मुफ्त मिलेगी। लेकिन यह बचत सीधे नहीं होगी। इसके लिए आपको कुछ कदम उठाने होंगे। सरकार ने सभी को पक्का मकान देने की घोषणा की है। सवा अरब की आबादी वाले देश में सरकार ने अगले पांच वर्षों में दो करोड़ मकान बनाने की बात कही है। यानी एक तरह से चुनावी संकल्प है। मोदी सरकार जब तीसरी बार सत्ता में लौटेगी तो यह योजना सिरे चढ़ सकती है।
लोकसभा चुनाव से पहले और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आख़िरी बजट अंतरिम बजट के रूप में पेश किया। जानिए, उनका किस पर फोकस रहा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण गुरुवार 1 फरवरी को देश का अंतरिम बजट पेश कर दिया। मोदी सरकार का यह अंतिम अंतरिम बजट था। इस बजट में वित्त मंत्री ने अपनी सरकार की काफी तारीफ की। उनका बजट भाषण बता रहा है कि भारत आर्थिक रूप से काफी मजबूत है। उन्होंने महंगाई ज्यादा नहीं बढ़ने का भी दावा किया। वेतनभोगी लोगों के लिए आयकर सीमा में कोई राहत नहीं मिली है। वित्त मंत्री का भाषण करीब एक घंटा चला।
केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने आख़िर किस आधार पर आरोप लगाया है कि 22 जनवरी को होने वाली राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर तमिलनाडु ने 'राम पूजा' पर प्रतिबंध लगा दिया है? जानिए, इस पर तमिलनाडु के मंत्री ने क्या दावा किया।