संसद में गृहमंत्री अमित शाह ने कश्मीर मुद्दे के लिए जवाहरलाल नेहरू को ज़िम्मेदार ठहराया और कहा कि संविधान में अनुच्छेद 370 स्थाई नहीं है। अमित शाह की इन बातों में कितनी सचाई है?
बीजेपी ‘एक देश एक चुनाव’ पर अड़ी हुई है। सत्ता में आते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके लिए काम करना शुरू कर दिया है। लेकिन कांग्रेस इससे क्यों परेशान है?
एक रिपोर्ट के अनुसार तृणमूल कांग्रेस को यह अंदरूनी जानकारी मिली है कि लेफ़्ट समर्थकों का एक अच्छा-ख़ासा हिस्सा बीजेपी के पक्ष में वोट कर चुका है और कर रहा है। लेकिन क्या सच में ऐसा है?
राहुल गाँधी ने मोदी को झूठा बताने के चक्कर में ख़ुद को ही झूठा साबित कर दिया। उन्होंने ट्विटर पर ऑक्सफ़र्ड डिक्शनरी का एक पेज शेयर किया जिसमें 'Modilie' शब्द का अर्थ बताया गया है, वह फ़ोटोशॉप किया हुआ है।
बंगाल में ईश्वरचंद्र विद्यासागर की प्रतिमा को भी कोई तोड़ सकता है, यह कल तक अकल्पनीय था लेकिन कल बीजेपी के समर्थकों ने यह करके दिखा दिया कि बंगाल अब वाक़ई बदल रहा है।
जब ममता बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री हमारे बारे में जिस तरह की बातें करते हैं कि मैं उनको लोकतंत्र का झन्नाटेदार थप्पड़ मारना चाहती हूँ तो मोदी ने उसे दीदी का थप्पड़ क्यों बना दिया?
इतने सारे सबूतों के बावजूद हमें क्या इस बात के लिए तैयार रहना चाहिए कि समझौता और मक्का मसजिद मामलों की ही तरह मालेगाँव मामले में भी सारे अभियुक्त बरी हो जाएँगे?
साध्वी प्रज्ञा सिंह एक बार फिर ख़बरों में हैं। वे मालेगाँव धमाका मामले में मुख्य अभियुक्त हैं। इसी मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने ले. कर्नल पुरोहित से पूछा था कि यदि वह निर्दोष हैं तो डर क्यों रहे हैं?
ले. कर्नल पुरोहित अभिनव भारत की बैठकों में भाग लेते रहे, इसके ऑडियो-वीडियो सबूत मौजूद हैं, इसलिए पुरोहित इससे इनकार नहीं कर सकते, न ही उन्होंने ऐसा किया है।
मालेगाँव धमाकों को लेकर ले. कर्नल पुरोहित ने अपने बचाव में उस ख़त का भी हवाला दिया जो उन्होंने इंटेलिजेंस अधिकारी को लिखा था। इसमें उन्होंने बताया था कि आरएसएस के नेता इंद्रेश कुमार का भी ही हाथ था।
पूछताछ के दौरान जब कर्नल पुरोहित ने चार-पाँच बार पूछे जाने पर भी कुछ नहीं कहा था तो एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे ने प्रज्ञा से पूछा, ‘आप इनको जानती हैं?’ प्रज्ञा ने कहा, ‘हाँ, जानती हूँ। ये वही कर्नल हैं।’
दिग्विजय सिंह के ख़िलाफ़ चुनाव में उतरने की घोषणा के साथ ही साध्वी प्रज्ञा सिंह एक बार फिर ख़बरों में हैं। वे मालेगाँव धमाका मामले में मुख्य अभियुक्त हैं, अदालत ने उनके ख़िलाफ़ मुक़दमा चलाने को कहा है। प्रज्ञा फ़िलहाल ज़मानत पर हैं।