राष्ट्रीय जांच एजेंसी
(एनआईए) ने जुलाई 2022 के प्रवीण
नेट्टारू हत्याकांड में प्रतिबंधित कट्टरपंथी
संगठन, पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया
(पीएफआई) से संबंध रखने वाले 20 आरोपियों के
खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी
(एनआईए) ने कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता औऱ पूर्व शिक्षा मंत्री किम्माने
रत्नाकर से पूछताछ की। पूछताछ एक कथित आईएसआई आतंकवादी की दादी के खाते
में मिले दस लाख रुपयों को लेकर की गई।
एनआईए की यह छापेमारी तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा, एर्नाकुलम, अलप्पुझा और मलप्पुरम जिलों में हुई है। यह छापेमारी पीएफआई के पूर्व पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के द्वारा आपराधिक साजिश रचने के मामले में की गई है।
बीते दिनों में जिस तरह एनआईए ने पीएफआई के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की है उससे यह कहा जा रहा है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय पीएफआई पर जल्द ही बैन लगा सकता है।
एनआईए के द्वारा यह छापेमारी टेरर फंडिंग, प्रशिक्षण कैंप चलाए जाने और युवाओं को कट्टरपंथी बनाने के आरोपों के मामले में की जा रही है। एनआईए के 200 से ज्यादा अफसर और सदस्यों की टीम इस छापेमारी को अंजाम दे रही है।
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद से ही पुलिस और एजेंसियां नीरज बवाना, लॉरेंस बिश्नोई-काला जठेड़ी-गोल्डी बराड़ के गैंग के अपराधियों से जुड़े बदमाशों पर निगाह रख रही थीं।
बिहार में गुरुवार 8 सितंबर को एनआईए ने कई शहरों और कस्बों में 30 लोकेशन पर छापे मारे हैं। कथित तौर पर पीएफआई से जुड़े एक आतंकी मॉड्यूल की जानकारी एनआईए को मिली थी, जिसके निशाने पर पीएम मोदी हैं।
आतंकवादी संगठन इसलामिक स्टेट यानी आईएस क्या भारत में अपनी जड़ें फैलाने की कोशिश में है? जानिए, दिल्ली के बटला हाउस से एक संदिग्ध के गिरफ़्तार होने के बाद क्या कहा एनआईए ने।
उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की हत्या करने वाले दोनों आरोपियों को शनिवार को एनआईए कोर्ट जयपुर में पेश किया गया। इस दौरान वकीलों भीड़ ने उन पर हमला कर दिया।
केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने सोमवार को मुंबई और आसपास अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहीम सिंडीकेट से जुड़े लोगों के आवास और दफ्तरों पर छापे मारे। हालांकि इन छापों को राजनीतिक भी बताया जा रहा है।