अमेरिका के ह्यूस्टन शहर में हाऊडी मोदी कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय और अमेरिकी लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध और भी मज़बूत होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी को विदेश मामलों में तो अच्छी उपलब्धि मिल रही है, लेकिन गाँव-ग़रीबों के मामले में ऐसा नहीं है। इस पर ध्यान क्यों नहीं दिया जा रहा है? गाँवों में रोज़गार के अवसर क्यों कम हो रहे हैं? माँग कम क्यों हो रही है? क्या इससे आर्थिक संकट नहीं बढ़ेगा? देखिए सत्य हिंदी पर शैलेश की रिपोर्ट।
अंगरेजी क्यों बूकते हैं पीएम? तेघड़ा (बेगूसराय) के शंभू कुमार ने की मन की बात। देखिए एक ज़बरदस्त वीडियो हस्तक्षेप वरिष्ठ पत्रकार शीतल पी. सिंह के द्वारा
2014 में चुनावी सभाओं में मोदी बोलते थे, ‘अच्छे दिन’ और जनता पीछे से बोलती थी ‘आयेंगे’। अब मोदीजी का ‘अच्छे दिन’ से क्या अभिप्राय था, उन्होंने कभी पूरी तरह से इसे समझाया नहीं।
चार चरणों की वोटिंग हो गयी। अब पाँचवाँ, छठा और सातवाँ चरण तय करेगा कि मोदी दुबारा प्रधानमंत्री बनेंगे या नहीं। देखिये वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष का विश्लेषण।
तेज बहादुर यादव ने आरोप लगाया है कि चुनाव से नामाँकन वापस लेने के लिए उन्हें 50 करोड़ का लालच दिया गया था। क्या है पूरा मामला, देखिये वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष का विश्लेषण।
प्रधानमंत्री मोदी 'वंदे मातरम' के नारे लगाते रहे लेकिन नीतीश कुमार बगल में ही चुप बैठे रहे। सभी लोग खड़े भी हो गये तब काफ़ी असहज दिख रहे नीतीश भी आख़िर में खड़े हुए, लेकिन तब भी वह जयकारे लगाते नहीं दिखे।
पश्चिम बंगाल में इस बार संसदीय चुनाव का अब तक का सबसे जबरदस्त मुक़ाबला चल रहा है। टीएमसी और बीजेपी के बीच नोकझोंक से लगता है कि लड़ाई प्रधानमंत्री मोदी और ममता बनर्जी के बीच हो।