चीन के साथ चल रहे विवाद के बीच गुरुवार को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्चुअल यानी वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से शिखर वार्ता हुई। दोनों देशों ने दोनों देशों के बीच संबंधों को और मज़बूत करने पर ज़ोर दिया।
पिछले सप्ताह केंद्र में एनडीए सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला साल पूरा हुआ था। इस अवसर पर अनेक सार्वजनिक मंचों से इस अवधि के दौरान उपलब्धियों के लिए अपनी पीठ थपथपाई गई। क्या कोरोना संकट तक इंतज़ार नहीं किया जाना चाहिए था।
लॉकडाउन बढ़ने या छूट देने की घोषणा करने अब प्रधानमंत्री मोदी टीवी पर नहीं आ रहे हैं। कोरोना का सामाजिक संक्रमण शुरू हो गया है। शैलेश की रिपोर्ट में देखिए मोदी की बोलती क्यों बंद है।
देश के गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस के ‘साठ साल पर मोदी के छह साल भारी’ कहकर पीठ थपथपाई है। मोदी सरकार के छह सालों का सफर देखें तो वह ‘अच्छे दिन के नारे से शुरू होकर आत्मनिर्भर बनने के नारे’ तक पहुँची है।
मोदी सरकार 2.0 के एक साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री मोदी ने छह साल की उपलब्धियाँ गिनाई हैं। इसके लिए उन्होंने देश के नाम संबोधन के तौर पर पत्र जारी किया है। इसमें उन्होंने ख़ुद को जनता का प्रधानसेवक बताया है।
प्रधानमंत्री मोदी के 'घनिष्ठ दोस्त' माने जाने वाले डोनल्ड ट्रंप ने क्या फिर झूठ बोला? वह भी प्रधानमंत्री मोदी के बारे में ही? आख़िर ट्रंप ने किस आधार पर दावा कर दिया कि उन्होंने भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर प्रधानमंत्री मोदी से बात की है?
लॉकडाउन 4.0 ख़त्म होने की समय सीमा 31 मई नज़दीक आ गई है। क्या नरेंद्र मोदी सरकार इसे एक बार और बढ़ाएगी या इसे हटा लेगी? पीएमओ इसी सवाल पर मंथन कर रहा है।
महानगरों से निकल गाँव पहुँचे लाखों मज़दूरों ने साबित कर दिया है कि भारत में कोरोना का महासंक्रमण नहीं हो सकता। तो अब लॉकडाउन को पूरी तरह कब और कैसे ख़त्म करेगी सरकार? देखिए शैलेश की रिपोर्ट।
भारत-चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा (लाइन ऑफ़ एक्चुअल कंट्रोल) पर दोनों देशों के सैनिकों के जमावड़े और उससे बढ़ रहे तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे पर एक अहम बैठक की है।