मोदी के सामने कमला क्यों बोलीं- लोकतंत्र ख़तरे में? दिल्ली में अदालत में ही गोलीबारी, गैंगस्टर की मौत, सुरक्षा पर सवाल। असम हिंसा के लिए कौन ज़िम्मेदार? दिनभर की बड़ी ख़बरों का विश्लेषण
अमेरिका के तीन दिवसीय यात्रा पर पहुँचे प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिकी उप राष्ट्रपति से मुलाक़ात के क्या मायने हैं? अब व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ बैठक होगी। क्या निकलेगा प्रधानमंत्री के इस दौरे से?
अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को वाशिंगटन डीसी पहुँच गए। वह क्वैड की बैठक में शामिल होंगे और जो बाइडेन के साथ द्विपक्षी वार्ता में भी शामिल होंगे।
मोदी की अमेरिका यात्रा । क्वाड मीटिंग । क्या राष्ट्रपति बाइडन मोदी की ट्रंप जिताओ नारा भुलेंगे ? क्या नये चैप्टर की शुरुआत होगी ? आशुतोष के साथ चर्चा में एंबेसडर विष्णु प्रकाश, शिवकांत और हरि कुमार
अफ़ग़ानिस्तान पर भारत की विदेश नीति क्या है? शांघाई सहयोग संगठन की शिखर बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफ़ग़ानिस्तान में सर्वसमावेशी सरकार और आतंक-मुक्ति की बात पर जोर दिया। लेकिन इसमें नया क्या है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एससीओ की बैठक को संबोधित करते हुए कट्टरता को लेकर चिंता जताई .संदर्भ अफगानिस्तान का था .पर कट्टरता तो देश में भी बढ़ती जा रही है .आज जनादेश चर्चा इसी पर
लोकसभा चुनाव तो बीजेपी प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे पर लड़ती ही है, विधानसभा चुनावों में भी उनका ही चेहरा आगे क्यों किया जाता है? क्या इसीलिए गुजरात और उत्तराखंड जैसे राज्यों में मुख्यमंत्री के रूप में नये चेहरे उतारे जाते हैं?
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले इसी मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जाट परिवार में जन्म लेने राजा महेंद्र प्रताप का नाम जप कर उन्होंने अलीगढ़ में एक नए राज्य विश्वविद्यालय की आधारशिला रख दी।
गुजरात में नरेन्द्र मोदी के अलावा हर बार चुनाव से पहले मुख्यमंत्री को बदला गया। मोदी के अलावा किसी भी मुख्यमंत्री ने पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया।
बीजेपी इस बार प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर कार्यक्रम को 'सेवा सप्ताह' की जगह 'सेवा और समर्पण अभियान' नाम दिया है। राज्यों में चुनाव से पहले 'थैंक्यू मोदीजी' से लेकर प्रधानमंत्री मोदी के जीवन और कार्यों को लेकर सेमिनार जैसे आयोजन क्यों?
'प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना' के दूसरे चरण की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 10 अगस्त को उत्तर प्रदेश के महोबा ज़िले में की गयी। उज्ज्वला योजना के पहले चरण का क्या हस्र हुआ और दूसरे चरण का भी क्या मक़सद है?
क्या आम जनता इस आशंका में रहती है कि प्रधानमंत्री बगैर किसी योजना के कभी भी कुछ भी घोषणा कर दे सकते हैं और उसका खामियाजा देश भुगतता रहेगा? पढ़ें श्रवण गर्ग का यह लेख।
अपने पिछले आलेख में मैंने विभाजन की विभीषिका को एक स्मृति दिवस के रूप में मनाने के पीछे के मक़सद को ढूँढने की कोशिश की थी पर सफलता नहीं मिली। आलेख पर जो प्रतिक्रियाएँ मिली हैं उनसे कुछ संकेत ज़रूर मिलते हैं....