सेंगोल को राजदंड के रूप में नये संसद भवन में स्थापित करने के लिए बीजेपी की ओर से क्या-क्या दावा किया गया, लेकिन ये दावे कितने सच हैं? जानिए, आख़िर नेहरू को निशाने पर क्यों लिया गया।
बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ़्तारी की मांग को लेकर पहलवानों ने भले ही मेडल गंगा में बहाने का फ़ैसला टाल दिया है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के लिए मुश्किलें कम नहीं हुई हैं। जानिए, राजस्थान दौरे से पहले उनका विरोध क्यों।
विपक्षी दलों के बहिष्कार के बीच नये संसद भवन का उद्घाटन हो गया। धार्मिक मंत्रोच्चार के बीच हुए उद्घाटन के बाद जानिए प्रधानमंत्री मोदी ने नयी लोकसभा में दिए अपने पहले भाषण में क्या कहा।
नरेंद्र मोदी सरकार 2014 में 26 मई को पहली बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। तब से अब तक क़रीब नौ साल हो गए हैं। जानिए, इसको लेकर कांग्रेस ने आज क्या-क्या 9 सवाल पूछे हैं।
नरेंद्र मोदी ने 9 साल पहले 2014 में आज ही के दिन प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। तब उन्होंने देशवासियों को जो सपने दिखाए थे, वे कितने पूरे हुए? क्या वह 9 साल पहले वाले ही मोदी रह गए हैं?
हमारे समय के कलाकार क्या कर रहे हैं? क्या वे झूठी प्रेरणाओं पर अपने चित्र बना रहे हैं? ‘मन की बात’ की सौ क़िस्तें पूरी होने पर चित्र बनाना क्या उनकी अंत:प्रेरणा का नतीजा है?
प्रधानमंत्री मोदी आख़िर ऑस्ट्रेलिया क्यों पहुँचे हैं? जानिए, क्यों भारतीय समुदाय के लोगों के लिए एक कार्यक्रम रखा गया और उसमें भारत और ऑस्ट्रेलिया के पीएम ने क्या कहा।
भारत में आधुनिक इतिहास में किस-किस का योगदान है? इतिहासकारों को छोड़िए, जानिए देश के गृहमंत्री अमित शाह किनका-किनका योगदान मानते हैं, और पीएम मोदी का क्या योगदान बताते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आख़िर 28 तारीख़ को क्यों नए संसद भवन का उद्घाटन करने जा रहे हैं? सरकार की नौवीं सालगिरह मना रही मोदी सरकार के शपथ ग्रहण की तारीख़ 26 को क्यों नहीं?
क्या प्रधानमंत्री मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम को नहीं सुनना कोई अनुशासनहीनता है? क्या ऐसा करना कोई अपराध है? तो फिर 36 छात्रों पर कार्रवाई क्यों? जानिए लोग क्या सवाल पूछ रहे हैं।
विपक्षी दलों को एकजुट करने के अभियान में लगे नीतीश कुमार के ओडिशा में मिलने के बाद भी आख़िर नवीन पटनायक विपक्षी दलों के साथ गठबंधन को तैयार क्यों नहीं हैं?
कर्नाटक चुनाव के प्रचार के आखिरी दिन आते-आते बीजेपी और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप एक नये स्तर पर पहुँच गया। जानिए, सोनिया गांधी के बयान पर बीजेपी का बवाल क्यों।