क्या भारत में संसदीय लोकतंत्र को खतरा पैदा हो चुका है। आखिर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को नोटिस देना और बीजेपी का उस पर एक्शन के लिए अड़ना क्या बताता है। पीएम मोदी के गरिमाविहीन भाषण पर देश चुप है लेकिन मोदी-अडानी रिश्तों पर बोलने वाले राहुल गांधी को कोई आजादी नहीं है। पत्रकार पंकज श्रीवास्तव के इस लेख को पढ़िएः