प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि राम विवाद नहीं, समाधान का नाम है। क्या अपने इस कथन पर अमल करते हुए वे अपनी राजनीति भी बदलेंगे या उनकी पार्टी और उनके परिवार के लिए अयोध्या की झांकी के बाद मथुरा-काशी बाक़ी है?
राम मंदिर का उद्घाटन क्या 25 जनवरी के बाद नहीं हो सकता था? अगर फरवरी में मंदिर का उद्घाटन होता तो क्या लोकसभा चुनाव में उसका फायदा नहीं मिलता? जानें किस वजह से 22 जनवरी की तारीख तय की गई।
राम मंदिर में 22 जनवरी को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा के लिए मुख्य यजमान को लेकर आख़िर इतना रहस्य क्यों है? पीएम मोदी मुख्य यजमान होंगे या नहीं? जानिए, अनुष्ठान कराने वाले पुजारी क्या कहते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह की अध्यक्षता करेंगे। लेकिन इससे पहले आज ही उन्होंने 'अनुष्ठान' शुरू कर दिया। जानिए, उन्होंने क्या कहा।
क्या मालदीव को लेकर भारत की विदेश नीति सफल साबित नहीं हो रही है? भारत के प्रधानमंत्री की लक्षद्वीप की यात्रा पर मालदीव के मंत्री क्यों निशाना साध रहे हैं? आख़िर वह भारत के ख़िलाफ़ फ़ैसले क्यों ले रहा रहा है?
चुनाव से पहले बीजेपी के आक्रामक अभियान के बीच अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गैलरी के भी खोले जाने की ख़बर है। जानिए, इस गैलरी में क्या-क्या होगा और इसके पीछे क्या मक़सद है।
मोदी अपनी तीसरी पारी के साथ भारत को दुनिया की तीसरी इकॉनमी बनने का दम भर कर एक नया ताकतवर सपना दिखा रहे हैं, क्या विपक्ष के पास कोई मज़बूत सपना है बेचने के लिए? आख़िर विपक्ष कैसे लड़ेगा मोदी से?
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को एक बार फिर से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई से अपने लगाव का इजहार किया है। उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी है।