डॉ मनमोहन सिंह को कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री बनाया था। उनके इस फैसले को इतिहास याद रखेगा, भले ही लोग अभी उस पर बात न कर रहे हों। लेकिन 2009 में शुरू हुई डॉक्टर सिंह की सरकार दूसरी पाली तुरत संकटों में घिर गई। उसके बाद भारतीय राजनीति में अराजकता, पाखंड, झूठ, उग्रता का बोलबाला हो गया जो अब तक जारी है। स्तभंकार और जाने-माने चिंतक अपूर्वानंद ने मनमोहन सिंह को इस लेख के जरिये जो श्रद्धांजलि दी है, दरअसल, वो मौजूदा दौर के राजनीतिक इतिहास का शानदार आकलन भी है। जरूर पढ़ियेः