अब नरेंद्र मोदी ने मुसलमानों को ‘ज़्यादा बच्चा पैदा करने वाले’ कहा है, उसके बारे में नीतीश कुमार की क्या राय होगी? क्या मुसलमान अपने बारे में ऐसे जहरीले बयान सुनकर भी नीतीश कुमार के कहने पर एनडीए को वोट देंगे?
अकाली दल ने पीएम मोदी के वीडियो बयान पर पहली बार सीधे प्रधानमंत्री को निशाना बनाया है। जानिए, आख़िर अकाली दल के नेता ने क्यों कहा कि नफ़रत एक अलग स्तर पर पहुँच गई है।
लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद राजस्थान में पीएम मोदी के भाषण में कथित धर्म के इस्तेमाल पर बवाल क्यों है? जानिए, विपक्षी नेता से लेकर सोशल मीडिया यूज़र तक क्या लिख रहे हैं।
उद्धव ठाकरे ने क्या चुनाव आचार संहिता को लेकर पीएम मोदी और अमित शाह का नाम लेकर चुनाव आयोग को दुविधा में डाल दिया है? जानिए, शिवसेना (यूबीटी) को मिले नोटिस पर उन्होंने क्या सवाल किया।
मनमोहन सिंह के एक बयान पर 18 साल से क्या बार-बार झूठ फैलाया जा रहा है? वह भी तब जब इसको कई बार फैक्ट चेक किया जा चुका है? अब लोकसभा चुनाव के बीच पीएम मोदी ने फिर से वही बयान क्यों दे दिया?
जिनके विचारधारात्मक पुरखों ने मुस्लीम लीग के साथ सरकार बनाई थी और जिन विचारधाराओं को आंबेडकर मुस्लिम राष्ट्रवाद और हिन्दू राष्ट्रवाद की विचारधाराओं को एक खाँचे में रखते थे, वे आज कांग्रेस के घोषणापत्र पर मुस्लीम लीग की छाप क्यों बता रहे हैं?
बीजेपी ने 'मोदी की गारंटी' के नाम से घोषणापत्र जारी किया है तो कांग्रेस ने न्याय पत्र के नाम से। आख़िर दोनों में से कौन आम लोगों के हित में बात करता है? कौन से दावे के खोखले होने की संभावना है और किसके वास्तविक लगते हैं?
क्या लोकसभा चुनाव में बीजेपी के '400 के पार' के नारे में इसके कुछ उम्मीदवारों को ही भरोसा नहीं है? जानिए, बीजेपी उम्मीदवार नवनीत राणा एक वीडियो में क्या कहती सुनी गईं।
आयरलैंड में भारत के दूत द्वारा देश में कांग्रेस के शासन को लेकर की गई आलोचना और प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ़ के बाद विवाद क्यों हुआ? जानिए अधिकारी पर क्या आरोप लगे हैं।
लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक इंटरव्यू में कई मुद्दों पर अपनी राय रखी। जानिए, उन्होंने इलेक्टोरल बॉन्ड से लेकर अपने कार्यकाल के कामों को लेकर क्या दावा किया।
जिस पीएम मोदी जी को दुबई में एक ऐसे कार्यक्रम का मुख्य अतिथि चुना गया जहां यह चर्चा होनी थी कि भविष्य में सरकारें कैसी होनी चाहिए, वह अपने मुख्य विपक्षी दल के घोषणापत्र को ‘मुस्लिम लीग’ की छाप कहकर पुकारता है, उससे भारत क्या आशा कर सकता है?
लोकसभा चुनाव के प्रचार में मटन, मछली, हिंदू, मुगल जैसे शब्दों का एंट्री हो गई है। जानिए, विपक्ष ने प्रतिक्रिया में क्यों कहा कि कुछ काम नहीं किया तो इधर-उधर की बात ही करेंगे।