दिल्ली में हिन्दू राष्ट्र पंचायत रविवार को हुई। जिसमें पूर्वोत्तर दिल्ली को हिन्दू राष्ट्र का पहला जिला बनाने की घोषणा की गई। दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज किया है। दिल्ली बीजेपी ने कार्यक्रम से दूरी बना ली है लेकिन कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री समेत कई बीजेपी नेता मौजूद थे। जानिए पूरा ब्यौराः
हेट स्पीच के खिलाफ भारत में कानून भी है और अदालत की नजर भी रहती है। हाल ही में भारत के चीफ जस्टिस ने हेट स्पीच पर कहा कि ऐसा करने वाले नपुंसक हैं लेकिन दरअसल ऐसी प्रवृत्ति के लोग आपराधिक सोच वाले हैं, उन्हें नपुंसक बताना एक तरह से उन्हें स्वीकार करना हो गया।
सुप्रीम कोर्ट ने नफरती बयानों पर एक बार फिर अपना कड़ा रुख दिखाया है और कहा है कि भारत एक सेकुलर देश है। यहां हेट स्पीच पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता। अदालत की यह सख्त टिप्पणी यूपी से जुड़े एक मामले में आई है।
देश में नफरत के माहौल को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है। विश्व हिन्दू परिषद की दिल्ली रैली में खुले आम एक समुदाय विशेष के लोगों की हत्या करने, उनका सिर कलम करने की बातें कही गईं। वहां दिल्ली पुलिस मौजूद थी लेकिन उसने कोई कार्रवाई अभी तक नहीं की है।
2020 में बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा पर कथित हेट स्पीच देने का आरोप लगा था। इस मामले को सीपीएम की वृंदा करात अदालत तक ले गई थीं। हाई कोर्ट ने इसमें सोमवार को लंबी चौड़ी नसहीत बड़े पदों पर बैठे लोगों को दी लेकिन उसने वृंदा करात की याचिका खारिज कर दी। वृंदा करात ने मांग की थी कि इन दोनों पर पुलिस केस चलाया जाए।
अरब देशों का भारी दबाव पड़ने के बाद बीजेपी ने अपनी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के उस आपत्तिजनक बयान से दूरी बना ली है, जो उन्होंने पैगंबर के बारे में दिया था। बीजेपी का कहना है कि वो सभी धर्मों की हस्तियों का सम्मान करती है।
मेवात में गौरक्षा के नाम पर रविवार को आयोजित महापंचायत में सरकारी शर्तें टूट गईं। लोग तलवारें और बंदूके लेकर पहुंचे। समुदाय विशेष को मंच से धमकियां दी गईं।
उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने भड़काने वाला बयान दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया से बहुसंख्यकों से अपील की है कि आप लोग अपने घरों में बोतल और तीर रखें। ताकि जब खुद के घर पर या पड़ोस में हमला हो तो जेहादियों को जवाब देने के लिए तैयार रहें। अभी तक यूपी पुलिस ने इस बयान पर कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं की है।
यूपी के सीतापुर में बजरंग मुनि नामक साधु ने मुस्लिम महिलाओं को रेप की धमकी दी थी। उसे शनिवार को स्थानीय कोर्ट ने जमानत दे दी। यह दूसरा ऐसा साधु है जिसे जमानत मिली है। इससे पहले यति नरसिंहानंद को भी जमानत मिल गई थी। उसने मुस्लिमों के नरसंहार की धमकी दी थी।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बयान दिया कि यूपी में दंगे फसाद की कोई जगह नहीं है। सवाल ये है कि योगी के इस बयान के क्या मायने हैं। बजरंग मुनियों को पकड़ने की जिम्मेदारी किसकी है।
कर्नाटक पुलिस ने राज्य के मंत्री ऐश्वप्पा के खिलाफ एफआईआर तो दर्ज कर ली है लेकिन कार्रवाई होना मुश्किल है। शिकायतकर्ता ने पहले पुलिस को ही शिकायत दी थी, लेकिन तब पुलिस ने एफआईआर से मना कर दिया था। इसके बाद शिकायतकर्ता ने विशेष अदालत में अर्जी दाखिल की। तब जाकर पुलिस ने अपने बचाव में मंत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।
कर्नाटक में अब मुस्लिम फल विक्रेताओं के खिलाफ मुहिम शुरू की गई है। अभी तक हिजाब, हलाल और लाउडस्पीकर बैन का मुद्दा उठाने के बाद अब हिन्दू संगठनों ने इस मुद्दे को उठाया है।