ऐसा लगता है कि कांग्रेस अब राहुल गाँधी को अध्यक्ष बनाने का फ़ैसला कर चुकी है और एक तारीख़ का ऐलान होना भर बाक़ी है। इससे कांग्रेस में चल रहा नेतृत्व संबंधी भ्रम तो दूर होगा, लेकिन राहुल उसे सही दिशा और गति दे पाएंगे इसमें बहुत सारे संदेह हैं। वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान और चीन से निपटने के मामले में सरकार तथा बीजेपी की ज़बर्दस्त छीछालेदर हो रही है और अब उन्हें समझ में आ गया है कि इससे भारी राजनीतिक नुकसान हो सकता है। इसीलिए उन्होंने डैमेज कंट्रोल की कवायद युद्ध स्तर पर शुरू कर दी है। डैमेज कंट्रोल के लिए सरकार और बीजेपी क्या-क्या कर रहे हैं, बता रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार।
पीएमओ की सफ़ाई के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान से उपजा विवाद थमा नहीं है, बल्कि और बढ़ गया है। लेकिन इससे भी ज़्यादा चिंता की बात ये है कि मोदी के बयान ने चीन की आक्रामकता को और भी बढ़ा दिया है और इसके बहुत घातक नतीजे निकल सकते हैं। पेश है वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार का विश्लेष्ण
चीन की हरकतों ने देश भर में रोष भर दिया है और चीनी माल के बहिष्कार का अभियान तेज़ हो गया है। कई जगह चीनी सामान नष्ट भी किया गया है। मगर इस अभियान के पीछे एक राजनीतिक एजेंडा भी काम कर रहा है। क्या है ये राजनीतिक एजेंडा और कौन है इसके पीछे बता रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत-चीन सीमा विवाद पर लगातार खामोश हैं। वे साठ किलोमीटर भूमि पर कब्ज़ा कर लिए जाने के बाद भी चुप रहे और अब बीस सैनिकों के शहीद होने पर उन्होंने चुप्पी तो तोड़ी मगर ख़ूनी झड़प पर कुछ नहीं बोले। उनकी चुप्पी से संदेह और अविश्वास का वातावरण बन रहा है। वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट
भारत सरकार ने नेपाल से लिपुलेख सीमा विवाद पर बातचीत के संकेत तो दिए हैं, मगर बहुत देर से। ये देरी मोदी सरकार की अहंकार एवं उपेक्षा की वज़ह से हुई है और इसने नेपाल को इतना दूर कर दिया है कि अब दोनों देश शत्रुओं की तरह आमने-सामने खड़े नज़र आ रहे हैं। वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट