सुशांत सिंह राजपूत की मौत के राजनीतिकरण के बाद से बॉलिवुड लगातार निशाने पर है। एक तरफ तो उसे ड्रग्स तथा अपराधों का अड्डा बताया जा रहा है और दूसरी ओर कंगना रानौत, पायल घोष जैसे लोग चुन-चुनकर फिल्मी हस्तियों पर हमले कर रहे हैं। क्या इसके पीछे कोई एजेंडा है और अगर है तो वह क्या है? पेश है वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट। Satya Hindi
बीजेपी ने राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश सिंह को बिहार गौरव बताते हुए राज्यसभा के प्रकरण को चुनाव में भुनाना शुरू कर दिया है। ये बहुत दुखद है मगर इससे भी बड़ी चिंता ये है कि सरकार सियासत के लिए संसद को कमज़ोर कर रही है, उसकी बलि चढ़ा रही है। वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट। Satya Hindi
पिछले एक हफ़्ते से मोदी सरकार सुप्रीम कोर्ट में दलील दिए जा रही है कि न्यूज़ चैनलों को छोड़ो और डिजिटल मीडिया को कंट्रोल करो। आख़िर सरकार इलेक्ट्रानिक मीडिया को क्यों छोड़ना चाहती है और डिजिटल मीडिया के पीछे क्यों पड़ गई है? वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट।
कंगना रनौत आरोप दूसरों पर लगा रही हैं, मगर क्या उन्होंने अपने अंदर झांककर देखा है, क्या वे जो बोल रही हैं सोच-समझकर बोल रही हैं और जो बोल रही हैं उसका एजेंडा क्या है वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार कंगना रनौत से कुछ तीखे सवाल के जवाब माँग रहे हैं।