कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस शासित राज्यों से कहा कि वे बजट होने पर ही गारंटी वाली योजनाओं की घोषणा करें। खड़गे के बयान पर पीएम मोदी ने कांग्रेस को घेरने की कोशिश की। इस पर खड़गे ने मोदी को जबरदस्त जवाब दिया। इस वाक युद्ध में हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू, कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार भी कूद पड़े। जानिए चुनावी वादों पर हो रही राजनीतिः
क्या राम मंदिर पर संविधान में बदलाव की आशंका भारी पड़ेगी या विकसित भारत, समान नागरिक संहिता का वादा और हिंदुत्व के नारे अपना असर दिखाएंगे? बेरोजगारी, महंगाई, जातिगत जनगणना, अग्निवीर, महिला सुरक्षा जैसे मुद्दे असर दिखाएँगे या नहीं?
केंद्र सरकार से लेकर भाजपा शासित राज्य सरकारों में बिना पीएम मोदी कोई नीतिगत निर्णय नहीं लिया जा सकता। उसके नतीजे चाहे सही निकलें या गलत निकलें। मोदी ही भाजपा हैं और भाजपा ही मोदी है। यह रुतबा ऐसे ही नहीं मिलता। इसके लिए मोदी ने कड़ी मेहनत की है। लेकिन स्तंभकार वंदिता मिश्रा का इशारा कुछ और है। पढ़कर समझिएः