कंपनी ने बेचा कुछ नहीं और शेयर उछल गया चालीस गुना! अट्ठाईस लाख नए डीमैट अकाउंट! इकोनॉमी मंदी की चपेट में और शेयर बाज़ार आसमान की ओर? यह सब बाज़ार में गंभीर ख़तरे के संकेत हैं! सावधान!
रिलायंस इंडस्ट्रीज के तिमाही नतीजों में कुछ दबाव दिख सकता है। मगर इसी तिमाही में दुनिया की तमाम दिग्गज कंपनियां रिलायंस की मुट्ठी में आ गईं। कैसे देखना चाहिए रिलायंस के रिजल्ट और कंपनी के भविष्य को? कैसी रहेगी बाजार की चाल? और बहुत से शेयरों पर आपके सवालों के जवाब। ट्रेडस्विफ्ट ब्रोकिंग के संदीप जैन से आलोक जोशी की बातचीत।
HDFC बैंक के MD & CEO आदित्य पुरी ने पिछले हफ़्ते अपने 840 करोड़ रुपए के शेयर बेच दिए। बैंक में अपनी हिस्सेदारी का 95% बेचने की क्या वजह होगी? क्या शेयरहोल्डरों और खाता धारकों को फ़िक्र करनी चाहिए। सीएनबीसी आवाज़ के पूर्व संपादक आलोक जोशी की टिप्पणी।
पिछले तीन महीने में अस्सी लाख लोग अपने पीएफ में से पैसा निकाल चुके हैं। लॉकडाउन खुलने के बाद जून के आख़िरी तीन हफ़्तों में तो रोज़ एक लाख लोग रक़म निकालने लगे हैं। ये राहत पैकेज का असर है या बड़े ख़तरे का संकेत? आलोक जोशी के साथ माइंड योर बिज़नेस।
भारत और अमेरिका ही नहीं दुनिया के अनेक देश चीन से नाराज़ हैं। उसका बहिष्कार कर रहे हैं। तो चीन की जवाबी तैयारी भी चालू है। पेटीएम में पैसा लगानेवाली जैक माँ की कंपनी एंट टेक न्यूयार्क को छोड़कर चीन और हॉंगकांग से ही पैसा उठाने की तैयारी में है। चीन के स्वदेशी आंदोलन पर आलोक जोशी की टिप्पणी।
Reliance के शेयर का चौथाई हिस्सा यानी पार्टली पेड शेयर आज सात सौ रुपए से ऊपर का बिक रहा था। जबकि उसका चार गुना यानी पूरा शेयर क़रीब सोलह सौ का। क्या है यह गोरखधंधा? समझिए आलोक जोशी के साथ।
रिलायंस इंडस्ट्रीज़ का राइट्स इशू 3 जून तक चलेगा। लेकिन राइट्स की पात्रता यानी एन्टाइटलमेंट की ख़रीद बिक्री शुक्रवार को बंद हो जाएगी। शुक्रवार ही आख़िरी मौक़ा है आपके पास इसे बेचने या ख़रीदने का। लेकिन करना क्या है? प्रकाश दीवान से समझते हैं।
गुरुवार को रिलायंस के नतीजे आएंगे। बोर्ड मीटिंग में रिज़ल्ट के साथ ही राइट्स इशू पर भी विचार होगा। इस बार रिज़ल्ट में क्या देखना है? और क्या रिज़ल्ट के पहले कुछ करना चाहिए? आलोक जोशी ने पूछा बाज़ार के जानकार प्रकाश दीवान से।
फ़्रैंकलिन टेंपलटन की छह स्कीमें बंद होने से परेशान हैं? सोच रहे हैं कि अपने म्यूचुअल फंड बेचकर सोना ख़रीद लें? इस हाल में पैसा कहाँ सुरक्षित है और आपको कहाँ कितना पैसा रखना चाहिए? पर्सनल फ़ाइनेंस की जानकार पत्रकार, लेट्स टॉक मनी की लेखिका और मिंट की कंसल्टिंग एडिटर मोनिका हालन से आलोक जोशी की बातचीत।
कोरोना के क़हर के बीच अपने धन की सुरक्षा साथ मन की शांति भी बहुत ज़रूरी है! फ़्रैंकलिन के छह फंड बंद होने की खबर ने बहुतों की नींद उड़ा दी है। क्या अब सारे म्यूचुअल फंड ख़तरे में हैं? आपको क्या करना है? आलोक जोशी ने पूछा जाने माने फाइनेंशियल प्लानर और योगिक वेल्थ के लेखक गौरव मशरूवाला से।
इकोनॉमी बेहाल है, शेयर बाज़ार में भारी गिरावट के बीच कभी कभी उछाल है। म्यूचुअल फंड में भी पैसा सेफ़ है या नहीं? क्या करें क्या न करें? आलोक जोशी ने बात की #GirlWithABrokenNeck के नाम से मशहूर फंड मैनेजर और Edelweiss AMC की CEO राधिका गुप्ता से।
शेयर बाज़ार में भारी गिरावट के बाद कभी उछाल दिखता है तो आप समझते हैं कि यही आख़िरी मौक़ा है। घबराकर बेचने, या खुश होकर ख़रीदने का। तो जाने माने इन्वेस्टमेंट एक्सपर्ट अजय बग्गा के साथ आलोक जोशी की यह बातचीत सुनिए और समझिए कि कैसे आप इस मौक़े का फ़ायदा उठा सकते हैं। ख़ासकर महिलाएँ ज़रूर देखें।
कच्चे तेल के बाज़ार में भारी गिरावट से हमें कितना ख़ुश होना चाहिए? अमेरिका में तेल का भाव ज़ीरो से कम हो गया, यानी बेचनेवाला तेल के साथ पैसे भी देने को तैयार। तो क्या भारत में पेट्रोल डीज़ल फ़्री मिलेगा? आलोक जोशी पूछ रहे हैं पेट्रोलियम और एनर्जी सेक्टर के विशेषज्ञ नरेंद्र तनेजा से।
सेबी ने म्यूचुअल फंड में पैसा लगाने या निकालने का कट ऑफ़ टाइम बदल दिया है। अब एक बजे तक आए रिडेंप्शन ऑर्डरों पर ही उस दिन के भाव पर पैसा निकल पाएगा। अभी तक यह समय इक्विटी फंड्स के लिए तीन बजे तक था। क्या फ़र्क़ पड़ेगा और आपको क्या करना चाहिए? सीएनबीसी आवाज़ के पूर्व संपादक आलोक जोशी ने बात की ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के फ़ाउंडर सीईओ पंकज मठपाल से।