दिल्ली दंगों के मुसलिम अभियुक्तों के मुक़दमे लड़ने वाले महमूद प्राचा के दफ़्तर पर हुई छापामारी के ख़िलाफ़ मशहूर वकील प्रशांत भूषण समेत लगभग 1,200 वकीलों ने मुख्य न्यायाधीश एस. ए. बोबडे के नाम एक चिट्ठी लिखी है।
दिल्ली दंगों के मुसलमान अभियुक्तों की पैरवी कर रहे महमूद प्राचा के दफ़्तर पर छापा मारने की पुलिस की कार्रवाई किस तरह दोषपूर्ण, एकतरफा और भेदभाव पर आधारित थी, यह अब खुल कर सामने आ रहा है।
दंगों से जुड़े कई मुक़दमों में पैरवी करने वाले प्रसिद्ध वकील महमूद प्राचा के कार्यालय की दिल्ली पुलिस ने तलाशी ली है। उनके ख़िलाफ़ अगस्त महीने में ही एफ़आईआर दर्ज की गई थी। उनपर धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था।
दंगों के मामले में दंगा आरोपियों की पैरवी करने वाले वकील चिंतित हैं कि कहीं उन्हें न दिक्कत हो जाए। महमूद प्राचा के ख़िलाफ़ एफ़आईआर के बाद से वे आशंकित हैं।