सुप्रीम कोर्ट को आख़िर क्यों कहना पड़ा कि न्यूज़ एंकर नफ़रत फैला रहे हैं? अदालत ने एनबीएसए से क्यों कहा कि आप समाज को बांट रहे हैं, हेट स्पीच देने वाले कितने एंकरों को ऑफ एयर किया?
क्या जातिभेद ख़त्म करके ‘विशुद्ध भारतीय’ बनने की चुनौती के सामने भारतीय समाज के सभी अंगों ने आत्मसमर्पण कर दिया है? और मीडिया इसे किस रूप में ले रहा है?
भारतीय पत्रकारिता का एक लंबा दौर रहा है जिसने रामनाथ गोयनका जैसे जुझारू मालिक के साथ राहुल बारपुते ,बीजी वर्गीज ,मुलगांवकर ,कुलदीप नैयर ,प्रभाष जोशी ,राजेंद्र माथुर ,एसपी सिंह जैसे दिग्गज पत्रकारों का दौर देखा है .इसके बाद भी सत्ता से दो दो हाथ करने वाले पत्रकारों का दौर आया .क्या यह दौर खत्म हो जाएगा ?
बीजेपी आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने न्यूज पोर्टल द वायर पर एफआईआर दर्ज कर ली है। दरअसल, द वायर ने अमित मालवीय से संबंधित मेटा स्टोरीज प्रकाशित की थीं। बाद में द वायर ने पाया कि आरोपों में सत्यता नहीं है तो द वायर ने खुद ही उन सारी रिपोर्टों या स्टोरीज को हटा लिया। द वायर की इस नेक पहल के बावजूद अमित मालवीय ने एफआईआर दर्ज करा दी। पूरी जानकारी आपके लिएः
सांप्रदायिक प्रोग्राम के लिए न्यूज़18 पर पचास हज़ार का जुर्माना क्या काफ़ी है? क्या सांप्रदायिक ऐंकरिंग करने वाले अमन चोपड़ा को कड़ा दंड नहीं मिलना चाहिए? आख़िर अमन चोपड़ा जैसे ऐंकरों को चैनल रखते क्यों हैं? बार-बार ज़हर फैलाने की हरकतों के बावजूद उन्हें बाहर का रास्ता क्यों नहीं दिखाते?
प्रसारण के नियमों और सिद्धातों का उल्लंघन करने के लिए एंकर अमन चोपड़ा के चैनल को एक के बाद एक दो झटके लगे हैं। जानिए उन्होंने ऐसा क्या कार्यक्रम किया था कि एनबीडीएसए ने खिंचाई की और जुर्माना लगाया।
पाकिस्तान सरकार के मुखर विरोधी अरशद शरीफ की केन्या में हत्या कर दी गई। अरशद के खिलाफ पाकिस्तान के तमाम शहरों में देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होने के बाद उन्होंने पाकिस्तान छोड़ दिया था। सोशल मीडिया पर इस हत्या के लिए पाकिस्तान के जनरल बाजवा को जिम्मेदार बताया गया है।
दलितों और पिछड़ों के साथ जैसा भेदभाव समाज में होता है, क्या वैसा ही भेदभाव मीडिया में भी होता है? यदि मीडिया में इनका प्रतिनिधित्व नहीं होगा तो उनके मुद्दे क्या सही से उठेंगे?
प्रधानमंत्री मोदी को कवर करने वाले पत्रकारों से चरित्र प्रमाणपत्र मांगा गया है। जाहिर है पीएम मोदी ने ऐसा करने को नहीं कहा होगा। मोदी 5 अक्टूबर को हिमाचल में दशहरा मनाने जा रहे हैं। उनके वहां कई कार्यक्रम हैं। इसी मौके पर पत्रकारों से प्रमाणपत्र मांगा गया है। हालांकि पीएम की रैली में उन्हें सुनने वाले लोगों को ऐसे किसी प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं होगी।
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने हेट स्पीच पर टीवी एंकरों और सरकार को तमाम नसीहतें दी हैं। कोर्ट ने टीवी एंकरों से कहा कि वो अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते। उसने सरकार से कहा कि वो हेट स्पीच पर मूक दर्शक बनी हुई है। वंदना मिश्रा ने यही सवाल किया है कि क्या सरकार अब हेट स्पीच वालों पर एक्शन का साहस दिखा पाएगी। पढ़िए, यह लेख।
टीवी चैनलों में फर्जी टीआरपी मामले की जांच कर रही ईडी ने रिपब्लिक टीवी और आर भारत को क्लीन चिट दे दी है। जबकि उसने कहा है कि इंडिया टुडे के खिलाफ जांच अभी जारी है। हालांकि मुंबई पुलिस ने इस स्कैम के बारे में एफआईआर दर्ज करते हुए रिपब्लिक टीवी के चीफ अर्नब गोस्वामी पर कई आरोप लगाए गए थे। उसकी चार्जशीट में अरनब के वाट्सऐप चैट का जिक्र था।
सुप्रीम कोर्ट ने टीवी चैनलों पर नफरती भाषा को लेकर बुधवार को सुनवाई के दौरान चिन्ता जताई। उसने केंद्र सरकार से सवाल किया कि वो मूक दर्शक क्यों बनी हुई है। अदालत ने टीवी एंकरों को भी आगाह किया है कि उनकी जिम्मेदारी नफरती भाषा को रोकने की ज्यादा है।
राहुल गाँधी मीडिया पर क्यों बरस रहे हैं? वे ये शिकायत क्यों कर रहे हैं कि मीडिया विपक्ष को कवरेज नहीं देता? क्या मीडिया भारत जोड़ो यात्रा को नज़रंदाज़ कर रहा है? क्या वह बीजेपी के साथ जुगलबंदी करके यात्रा को फेल करने में लगा है?
एनडीटीवी के अधिग्रहण की जबरिया कोशिशों पर देशभर में चिन्ता जताई जा रही है। खुद एनडीटीवी ने इसका विरोध किया है और कहा अडानी समूह को इस डील के लिए सेबी का अनुमोदन लेना होगा।
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड़ ने मीडिया में जजों को टारगेट किए जाने पर गुरुवार को नाराजगी जताई। एक केस के दौरान उन्होंने कई टिप्पणियां कीं। उन्होंने यह तक पूछा कि ऐसी खबरें कौन प्रकाशित कर रहा है। जानिए जस्टिस चंद्रचूड़ ने और क्या कहा।