एमसीडी के चुनाव में बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच जोरदार जंग होनी तय है। दिल्ली और पंजाब में जबरदस्त जीत हासिल करने के बाद अरविंद केजरीवाल एमसीडी में भी आम आदमी पार्टी का मेयर बनाना चाहते हैं। लेकिन क्या वह ऐसा कर पाएंगे?
दिल्ली में कालकाजी इलाके की झुग्गी बस्तियों में रहने वाले लोगों को 3024 फ्लैटों की चाबी बुधवार शाम को पीएम मोदी ने सौंपी। दिल्ली में जल्द ही एमसीडी चुनाव होने वाले हैं। उसके मद्देनजर यह आयोजन महत्वपूर्ण है। दिल्ली बीजेपी इसे आप के लिए बड़ी चुनौती मान रही है।
केजरीवाल को गाज़ीपुर का कूड़े का पहाड़ याद आया, तो बीजेपी के नेताओं को दिखने लगा यमुना का जहरीला झाग। आज ही क्यों खुली हैं दोनों की आंखें? दिल्ली का प्रदूषण क्या सिर्फ चुनावी मुद्दा है? यह पार्टियां कीचड़ उछालने के बजाय सफाई में क्यों नहीं लगतीं?
एमसीडी के चुनाव इस साल मार्च में प्रस्तावित थे लेकिन केंद्र सरकार ने कहा था कि वह दिल्ली के तीनों नगर निगमों को एक करने जा रही है और इस वजह से एमसीडी के चुनाव लटक गए थे।
दिल्ली में MCD चुनाव टाल दिये गये । तीन की जगह एक MCD, क्यों ? आख़िर बीजेपी की मंशा क्या है ? क्यों केजरीवाल कह रहे हैं कि वो राजनीति छोड़ देंगे ? क्या पंजाब की जीत के साथ ही मोदी ने केजरीवाल को फिर निशाने पर ले लिया है ? क्या वो केजरीवाल की राजनीति ख़त्म करना चाहते हैं ?
आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी को एमसीडी चुनाव जीतने की कड़ी चुनौती दे दी है। केजरीवाल ने देश की प्रमुख पार्टी पर तीखा हमला बोला है।
साल 2012 से पहले दिल्ली में तीनों नगर निगम एक ही थे लेकिन 2012 में इन्हें तीन निगमों (उत्तरी, दक्षिणी और पूर्वी) में बांट दिया गया था। केंद्र सरकार और बीजेपी क्यों तीनों नगर निगमों को एक करना चाहती है?
क्या दिल्ली की प्रशासनिक व्यवस्था में बड़े बदलाव होने वाले हैं? क्या तीनों निगमों को एक करने की तैयारी है और मुख्यमंत्री का ओहदा घट जाएगा? क्या केजरीवाल इसे स्वीकार करेंगे?