महाराष्ट्र की मौजूदा सरकार में भी मराठा हैं, उसके पहले की सरकार में भी थे और जब सूबे में अकेले कांग्रेस की सरकार होती थी तब भी मराठा सत्ता में सर्वोपरि थे, तब मराठों को आरक्षण देने की मांग इतनी बलवती क्यों नहीं थी? अब क्यों है?
महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण का मुद्दा अब हिंसक होने लगा है.विधायक का घर जलाने से लेकर इस्तीफा देना भी शुरू हो चुका है.साफ़ है यह मुद्दा बड़ा संकट पैदा कर सकता है. आज की जनादेश चर्चा.
मराठा आरक्षण आंदोलन के कुछ कार्यकर्ता शिवसेना सांसद हेमंत पाटिल से मिलने पहुंचे और उनके इस्तीफे की मांग की। इसके बाद, हेमंत पाटिल ने फौरन कार्यकर्ताओं के समर्थन में लोकसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा लिखा। अब यह इस्तीफा मंजूर होगा या नहीं, यह बाद की बात है। फिलहाल आरक्षण समर्थक कार्यकर्ताओं की नजर में हेमंत पाटिल हीरो बन गए हैं।
महाराष्ट में हर किस्म की जोड़ तोड़ के बावजूद भाजपा अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है. आगामी लोकसभा चुनाव के लिहाज से वह राज्य में बहुत कमजोर स्थिति में है. क्या वज़ह है समझेंगे आज की जनादेश चर्चा में
Satya Hindi news Bulletin हिंदी समाचार बुलेटिन । अजित गुट के नेता ने BJP से इतर बयान देकर किसको फंसाया? । हमारे जवानों पर गोलिया बरसायी जा रही थीं, PM पर फूल बरस रहे थे: राउत
महाराष्ट्र में मराठा कोटे पर सोमवार को बैठक बुलाई गई है। कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंढे ने कहा कि भाजपा कोटा सीमा नहीं बढ़ाना चाहती, बल्कि मराठों को ओबीसी के खिलाफ खड़ा करना चाहती है।
मराठा आरक्षण आंदोलन के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज होने के बाद अब यह आंदोलन फैलता जा रहा है। आंदोलनकारियों ने महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस से इस्तीफा मांगा है। उन्होंने डिप्टी सीएम से मिलने से मना कर दिया। सीएम एकनाथ शिंदे ने बैठक बुलाई है। राज ठाकरे जालना जा रहे हैं। शरद पवार और उद्धव ठाकरे होकर आ चुके हैं। राज्य सरकार विवादों में घिर गई है।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा 50 फ़ीसदी आरक्षण की सीमा पर टिप्पणी के बाद अब दूसरे राज्यों में क्या प्रतिक्रिया होगी? क्या जाट, गुर्जर, पाटीदार और कापू आरक्षण की माँग का ज़ोर तो नहीं पकड़ेगा?
मराठा आरक्षण के सवाल को लेकर उलझन में फँसी महाराष्ट्र सरकार के मुखिया उद्धव ठाकरे ने दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाक़ात कर मराठा आरक्षण सहित कई मुद्दों को उठाया। उनके साथ सत्ताधारी गठबंधन के कई मंत्री भी शामिल थे।