दो सप्ताह की शांति के बाद, मणिपुर में फिर से हिंसा हुई है, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई है।
ट्रिगर क्या था? इसके पीछे कौन हो सकता है? राज्य सरकार आवश्यक पुलिस तैनाती करने की परवाह क्यों नहीं कर रही है जो इस पुनरावृत्ति को रोक सकती थी?
मणिपुर से एक बार फिर हिंसा की खबरें सामने आई हैं। शुक्रवार की सुबह करीब 4.30 बजे उखरुल के पास स्थित एक गांव में गोलीबारी हुई है। प्राप्त सूचना के मुताबिक यहां इस हिंसा में गांव के 3 लोगों के मारे जाने की खबर है।
संसद में प्रधानमंत्री के भाषण के बाद मणिपुर को लेकर देश में निराशा का माहौल बरकरार है। स्तंभकार वंदिता मिश्रा का कहना है कि कॉंग्रेस का भूत और प्रधानमंत्री के अपने व्यक्तिगत सपनों का भविष्य उनका पीछा छोड़ने को तैयार नहीं हैं।
Satya Hindi news Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। C Voter Survey: क्या केजरीवाल कांग्रेस से होंगे अलग? सर्वे ने ये बताया। ‘संसद में बोलना चाहता था, लेकिन मौका नहीं दिया गया’: मणिपुर के BJP सांसद
लोकसभा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अविश्वास प्रस्ताव के दौरान मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोला। राहुल ने मणिपुर से लेकर अडानी तक का जिक्र किया और पीम मोदी को कटघरे में खड़ा कर दिया। राहुल ने भाजपा के कथित राष्ट्रवाद पर भी हमला किया। लोकसभा की सदस्यता बहाल होने के बाद राहुल गांधी का लोकसभा में यह पहला भाषण था।
मणिपुर में हिंसा फिर से शुरू हो गई है। इसकी शुरुआत गुरुवार से हुई थी लेकिन शनिवार और रविवार को यह जोर पकड़ गई। कई गांवों में घरों को जला दिया गया है और लोगों को मार दिया गया है। यह तब हो रहा है जब वहां सेना और अन्य सुरक्षा बल तैनात हैं।
मणिपुर हिंसा पर संसद के पूरे मानसून सत्र में कार्यवाही बाधित रहने के बाद गुरुवार को दिल्ली सेवा विधेयक पर जब चर्चा हुई तो कुछ उम्मीद बंधी थी, लेकिन शुक्रवार को फिर से हंगामा हो गया।
मणिपुर में बड़े पैमाने पर हिंसा के बाद अनुच्छेद 355 लगाया गया है या नहीं, इसको लेकर राज गहरा गया है? जानिए, आख़िर यह अनुच्छेद क्या है और मणिपुर पर स्थिति साफ़ क्यों नहीं है।