मणिपुर जल रहा है और अभी तक वहां शांति लाने की सारी कोशिश बस खानापूरी है। प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार भी वहां के लोगों से शांति की अपील नहीं की। गृह मंत्री अमित शाह को मणिपुर से ज्यादा चिन्ता कर्नाटक की है। राजनीतिक चिन्तक अपूर्वानंद का कहना है कि ऐसे में भाजपा से हम लोग क्या उम्मीद करें। उनकी पूरी बात समझिएः