दिल्ली की सीमा पर किसान आंदोलन की रिपोर्टिंग करने के दौरान गिरफ़्तार किए गए पत्रकार मनदीप पूनिया को ज़मानत मिल गई है। जेल में उनका कैसा रहा अनुभव, उनकी ही कलम से लिखी दास्तां पढ़िए।
सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन को कवर कर रहे पत्रकार मनदीप पूनिया को मंगलवार को जमानत मिल गई है। दिल्ली पुलिस द्वारा पूनिया को गिरफ़्तार किए जाने का सोशल मीडिया पर जोरदार विरोध हो रहा था।
क्या अहंकार में आकर प्रदर्शनों को अनदेखा कर रही मोदी सरकार? बजट से आम आदमी को कुछ मिला भी है? म्यांमार में तख्तापलट के मायने। देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास का विश्लेषण। Satya Hindi