किसी देश के साथ द्विपक्षीय वार्ता में जब केंद्र को ही वार्ता करने का अधिकार होता है तो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री आख़िर इस पर आपत्ति क्यों जता रही हैं?
क्या ममता बैनर्जी बीजेपी के कद्दावर नेता अनंत राय महाराज को तोड़ लेंगी? क्या एक और बीजेपी नेता सौमित्र ख़ान भी ममता के पाले में चले जाएंगे? क्या ममता बीजेपी में बड़ी तोड़-फोड़ को अंजाम देने जा रही हैं? वरिष्ठ पत्रकार प्रभाकर मणि तिवारी की रिपोर्ट-
पश्चिम बंगाल में टीएमसी ने आख़िर बीजेपी को कैसे पटखनी दी? बीजेपी की ओर से सरकार के ख़िलाफ़ उठाए जाने वाले संदेशखाली, नागरिकता क़ानून और तमाम घोटाले जैसे मुद्दे ममता के आगे क्यों नहीं चले?
लोकसभा के आख़िरी चरण के चुनाव से पहले 30 मई को पीएम मोदी के तमिलनाडु विवेकानंद रॉक मेमोरियल के ध्यान मंडपम में ध्यान करने पर विपक्ष आपत्ति क्यों जता रहा है? जानिए, इसने क्या कहा है।
2011 में दायर जनहित याचिका में दावा किया गया था कि 2010 के बाद दिए गए सभी ओबीसी प्रमाण पत्र 1993 (पश्चिम बंगाल पिछड़ा वर्ग आयोग) अधिनियम को दरकिनार कर दिए गए। जानिए, हाईकोर्ट ने अब क्या कहा।
पूरे लोकसभा चुनाव में बंगाल में कांग्रेस और वामदलों के ख़िलाफ़ 'आग उगलती' रहीं ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा था कि चुनाव बाद वह इंडिया गठबंधन को बाहर से समर्थन देंगी। जानिए, इस पर अधीर रंजन चौधरी ने क्या कहा।
पश्चिम बंगाल में टीएमसी इंडिया गठबंधन से अलग और कांग्रेस व वाम दलों के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ रही है। चुनाव बाद वह इंडिया गठबंधन को समर्थन देगी या नहीं? जानिए, ममता बनर्जी ने क्या कहा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिलने पर इंडिया गठबंधन ने फैसले का स्वागत किया। मौजूदा लोकसभा चुनाव में क्या फायदा होगा, जानिए, इंडिया गठबंधन के नेताओं ने क्या कहा।
ममता सरकार ने स्कूलों में एसएससी द्वारा की गई 25,753 शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों की नियुक्ति को अमान्य करने वाले आदेश को चुनौती दी थी। जानिए, सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा।
लोकसभा चुनाव अभियान के दौरान टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने अपने भतीजे पर हमले की साज़िश रचे जाने का आरोप लगाया है। जानिए आख़िर वह किस आधार पर ऐसा आरोप लगा रही हैं।
बीजेपी ने महुआ मोईत्रा के ख़िलाफ़ राज परिवार की अमृता रॉय को उतारकर कृष्णनगर मुक़ाबले को दिलचस्प बना दिया है। ये सीट मोदी और ममता दोनों के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गई है। वरिष्ठ पत्रकार प्रभाकर मणि तिवारी की रिपोर्ट-
टीएमसी दिल्ली में भले ही इंडिया गठबंधन के दल के साथ हुंकार भरती रही है, लेकिन बंगाल में टीएमसी का रुख अलग है। जानिए, वोटिंग के बीच क्यों ममता सीपीआई (एम) और कांग्रेस पर हमलावर हैं।