2014 में 2 अक्टूबर को शुरू किया गया स्वच्छता अभियान क्या सिर्फ नाटक बनकर रह गया है? गाँधी के नाम पर झूठ और पाखंड करना उनकी स्मृति का सबसे बड़ा अपमान है।
क्या महात्मा गांधी और विनायक दामोदर सावरकर को एक तराजू में तौला भी जा सकता है? आख़िर गांधी स्मृति और दर्शन स्मृति के ताजा अंक में सावरकर का कद गांधी के बराबर क्यों पेश करने की कोशिश की गई है?
किसी समाज या देश में नफ़रत की क्या ज़रूरत है? क्या बिना किसी वजह के नफरत घोली जा सकती है? जानिए हिंदू मुसलिम के बीच अंग्रेजों ने कैसे जहर घोला था और गांधी जी ने इससे कैसे लड़ाई लड़ी।
महात्मा गांधी ने हमेशा हिंदू-मुसलिम एकता की वकालत की। इसी वजह से उनको अपनी जान गँवानी पड़ी। लेकिन गांधी के सपने को क्या सांप्रदायिक नफ़रत से तोड़ने की कोशिश की जा रही है? द कश्मीर फाइल्स फिल्म को कैसे देखा जाएगा?
महात्मा गांधी का यह देश है और गुजरात उनकी जन्मभूमि। लेकिन उसी गुजरात में सत्य और अहिंसा के पुजारी गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का महिमामंडन क्यों किया जा रहा है?
1869 में आज ही के दिन यानी 2 अक्टूबर को महात्मा गाँधी का जन्म हुआ था। देश की आज़ादी में उनका अमूल्य योगदान रहा है, लेकिन इसके बावजूद उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे का महिमामंडन क्यों किया जा रहा है?
30 जनवरी को शहीद दिवस है यानी महात्मा गांधी की हत्या का दिन। गांधी के हत्यारे के समर्थक सोशल मीडिया पर नाथूराम गोडसे के जयकार करते हैं। पढ़िए, गांधी पर 26 जनवरी 2022 को लिखी गयी श्रवण गर्ग की टिप्पणी।
धर्म संसद जैसे आयोजनों में खुलेआम हत्या और नरसंहार के लिए प्रोत्साहित क्यों कर रहे हैं। क्यों ऐसे लोग महात्मा गांधी को गालियाँ दे रहे हैं और उनके हत्यारे गोडसे की तारीफ़ कर रहे हैं?
कंगना रनौत देश की आज़ादी को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद उन्होंने महात्मा गांधी पर हमला किया है। कंगना ने गांधी जी के अहिंसा के मंत्र का मजाक उड़ाते हुए कहा है कि दूसरे गाल को भी आगे कर देना भीख है न कि आज़ादी।