महात्मा गांधी को जानने- न जानने पर पीएम मोदी ने एक घटिया बयान देकर देश में बहस को जन्म दे दिया है। मोदी को खुद देखना चाहिए उनके इस स्तरहीन बयान का सोशल मीडिया पर कितना जबरदस्त विरोध हुआ। तमाम चिंतक अपने विचार लेखों के माध्यम से प्रक्ट कर रहे हैं। मोदी कन्याकुमारी में जाकर चाहे जितना पश्चाताप करें लेकिन गांधी उनका पीछा नहीं छोड़ेंगे। वरिष्ठ पत्रकार और लेखक अरुण कुमार की इस टिप्पणी में गांधी के उन पहलुओं पर रोशनी डाली गई है कि कैसे विदेश के पत्रकार और नामी हस्तियां गांधी से मिलने को बेताब रहते थे। पढ़िएः