क्या कोई कल्पना कर सकता है कि अहिंसा का पुजारी किसी जीव का माँस भी खा सकता है और वह भी एक नहीं, कई-कई बार? क्या आपको पता है कि गाँधी जी ने माँस क्यों खाना शुरू कर दिया था?
क्या आपको पता है कि गाँधीजी ने किशोरावस्था में चोरियाँ की थीं, कभी बीड़ी ख़रीदने के लिए, कभी मँझले भाई का उधार चुकाने के लिए? बाद में उन्होंने इन चोरियों का प्रायश्चित्त क्यों किया?
क्या 2 अक्टूबर गंदी आत्माओं का पर्व है? या उनका, जिनके हाथ भले तकली न हो, भले वे राम धुन न गा रहे हों, भले वे गाँधी का नामजाप भी न कर रहे हों, लेकिन उनके बताए मार्ग पर चल रहे हों?
गाँधीजी के जीवन, विचार और आदर्शों को लेकर दुनियाभर में दिलचस्पी लगातार बढ़ती गई है। ईसा मसीह के बाद उनके जीवन और विचारों के बारे में ही सबसे ज़्यादा किताबें लिखी गयी हैं। क्यों?