महाराष्ट्र में 2019 में जब बीजेपी और शिवसेना की सरकार नहीं बनी तो तीन दिन के लिए एक सरकार बनी थी, जिसमें सीएम देवेंद्र फडणवीस बने और एनसीपी के अजीत पवार डिप्टी सीएम। तीन साल बाद उस राजनीतिक घटनाक्रम पर दो नेताओं में बयानबाजी हो रही है।
महाराष्ट्र के प्रोजेक्ट्स गुजरात ले जाने का मुद्दा क्या प्रदेश में नया राजनीतिक ध्रुवीकरण खड़ा करेगा ? क्या यह मुद्दा कोई सियासी रंग दिखा पायेगा ? या यूं कह लें कि क्या यह मुद्दा भारतीय जनता पार्टी द्वारा जोड़ तोड़ कर बनाये गए नए सत्ता समीकरण के लिए नयी चुनौती साबित होगा ? संजय राय ने इन्हीं सवालों को उठाया है।
उद्धव गुट के विधायक राजन सलवी ने महाराष्ट्र के मंत्री रविन्द्र चव्हाण से दो बार मुलाकात की। इसके बाद महाराष्ट्र में तमाम अफवाहों का बाजार गर्म हो गया है।
महाराष्ट्र में मंत्रिमंडल का विस्तार लंबे अर्से से रुके हुआ है। दो दिन पहले बहुत जोश दिखाकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा था कि बहुत जल्द कैबिनेट बनेगी। लेकिन कहीं से कोई संकेत नहीं है। आखिर मंत्रिमंडल विस्तार क्यों रुका हुआ है।
शिवसेना सांसद संजय राउत को जिस पत्रा चॉल घोटाले में गिरफ्तार किया गया, आखिरी वो पूरा विवाद क्या है और राउत का उससे कितना संबंध है। जानिए इस रिपोर्ट में।
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के विवादित बयान पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि कोश्यारी को हटाया जाए। जानिए उन्होंने और क्या कहा।
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के विवादित बयान पर राज्य में प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। बीजेपी को छोड़कर अभी तक हर राजनीतिक दल ने बयान की निन्दा की है। कोश्यारी ने कहा था कि मुंबई व ठाणे से अगर गुजराती और राजस्थानी निकल जाएं तो यहां कोई पैसा नहीं होगा।
सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को फैसला सुनाया कि एमपी में निकाय चुनाव ओबीसी कोटा लागू करते हुए कराए जाएं। लेकिन महाराष्ट्र में रोक लगा दी गई थी। कांग्रेस के महाराष्ट्र अध्यक्ष नाना पटोले ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि चार दिनों में ऐसा क्या चमत्कार हो गया कि एमपी के संदर्भ में महाराष्ट्र से अलग फैसला आया।
तेज़ी से बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए महाराष्ट्र में रात का कर्फ़्यू लगाने का फ़ैसला किया गया है। रात 8 बजे से सुबह के 7 बजे तक कर्फ़्यू लगा रहेगा। इसके अलावा दिन में धारा 144 लग जाएगी।