राहुल की सावरकर पर की गई टिप्पणी पर पहला रियेक्शन आया महाराष्ट्र से जहां कांग्रेस-एनसीपी के साथ गठबंधन में रहकर सरकार चला चुके उद्धव ठाकरे का जिन्होंने राहुल को चेतावनी दी और कांग्रेस अध्यक्ष की तरफ से बुलाई गई डिनर पार्टी में जाने से भी मना कर दिया।
उद्धव ठाकरे आज शनिवार को चुनाव आयोग, बीजेपी पर जमकर बरसे। उन्होंने चुनाव आयोग को मोदी सरकार का गुलाम बताया। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे घर-घर जाकर बताएं कि हमारा चुनाव चिह्न गुलाम चुनाव आयोग ने चोरों को दे दिया।
शरद पवार ने उद्धव ठाकरे से कहा है कि वो चुनाव आयोग के आदेश को स्वीकार करें। नया चुनाव चिह्न लें। कुछ दिन में लोग सब भूल जाएंगे और नए चुनाव चिह्न को स्वीकार नहीं करेंगे। पवार ने कहा कि नए घटनाक्रम से उद्धव की पार्टी को कोई नुकसान नहीं होगा।
महाराष्ट्र की राजनीति में सोमवार को बड़ा समीकरण नजर आया। उद्धव ठाकरे और प्रकाश आंबेडकर ने नए गठबंधन की घोषणा की। उद्धव ने उम्मीद जताई कि कांग्रेस और एनसीपी भी इस गठबंध में रहेंगे।
महाराष्ट्र में आज सोमवार को बाला साहेब ठाकरे जयंती मनाई जा रही है। मुंबई में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे गुट शक्ति प्रदर्शन में जुटे हुए हैं।
महाराष्ट्र की राजनीति में आज नया समीकरण बन सकता है। उद्धव ठाकरे और प्रकाश आंबेडकर अपने गठबंधन की घोषणा कर सकते हैं। आज ही बाला साहब ठाकरे की जयंती भी मनाई जा रही है।
महाराष्ट्र में शिवसेना शिंदे गुट के विधायक बीजेपी में जा सकते हैं। यह बात संजय राउत ने कही। उन्होंने इसकी वजह भी बताई है। दूसरी तरफ शिंदे गुट के एक विधायक दो दिन पहले ऐसा ही कुछ बोल रहे थे। विधानसभा सत्र में भी मंत्रियों और विधायकों में तनातनी दिखी। दिलचस्प होता जा रहा है महाराष्ट्र का घटनाक्रमः
बाबा साहब आंबेडकर पर कथित विवादित बयान देने वाले महाराष्ट्र के मंत्री चंद्रकांत पाटिल के बचाव में राज्य के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस उतर पड़े हैं। लेकिन पाटिल के खिलाफ राज्य में प्रदर्शन हो रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण 16 अगस्त को महाराष्ट्र के बारामती में जा रही हैं। बारामती एनसीपी प्रमुख शरद पवार का मजबूत गढ़ है। आखिर बीजेपी को अचानक अपने केंद्रीय मंत्री को वहां भेजने की जरूरत क्यों महसूस हुई। समझिए पूरी राजनीति को।
महाराष्ट्र के दिग्गज नेता शरद पवार ने राज्य में देर सवेर मध्यावधि चुनाव की संभावन जताई है। उनका कहना है कि एकनाथ शिंदे-बीजेपी सरकार चंद महीनों की मेहमान है।
महाराष्ट्र विधानसभा मे रविवार से शिवसेना के बागियों और शिवसेना के नेतृत्व वाले महा विकास अघाड़ी के बीच सत्ता पर कब्जे की लड़ाई का खेल शुरू होने जा रहा है। रविवार को स्पीकर का चुनाव है। सोमवार को विश्वास मत हासिल किया जाना है।