महाराष्ट्र में मंगलवार को उद्धव की सरकार तो बच गई। लेकिन बुधवार के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। शिवसेना के बागी एकनाथ शिंदे के पास पूरे 37 विधायक नहीं हैं जिसके दम पर बिना दल बदल कानून की हद में आए सरकार गिराई जा सके और बीजेपी की सरकार बनवाई जा सके। शिंदे को किसी बाहरी मदद का इंतजार है।
शिवसेना के कुछ विधायकों के अपहरण का आरोप लगाया गया है। विधायक नितिन देशमुख की पत्नी ने पुलिस में शिकायक की है कि उनके पति गायब हैं। नितिन देशमुख को सूरत में बागी एकनाथ शिंदे के साथ देखा गया है।
जानिए, महाराष्ट्र की सियासत में साधारण शिव सैनिक से शिवसेना में ताक़तवर नेता बनने वाले एकनाथ शिंदे का राजनीतिक जीवन कैसा रहा है और उन्होंने बगावत क्यों की।
देखना होगा कि शिव सेना की कार्रवाई के बाद क्या एकनाथ शिंदे के साथ सूरत में मौजूद पार्टी के विधायक वापस आ जाएंगे या वे अपने बगावती तेवरों को बनाए रखेंगे।
महाराष्ट्र संकट में कांग्रेस विधायक इधर-उधर नहीं भाग सकें, कांग्रेस आलाकमान ने वरिष्ठ नेता कमलनाथ को महाराष्ट्र का पर्यवेक्षक बनाया है। वो मुंबई जा रहे हैं।
महाराष्ट्र में हुए इस सियासी घटनाक्रम के बाद दिल्ली से मुंबई तक हलचल बेहद तेज हो गई है। महा विकास आघाडी सरकार के तीनों दल अपने विधायकों को एकजुट कर रहे हैं तो बीजेपी भी सियासी चक्रव्यूह रच रही है।
एकनाथ शिंदे फरवरी से ही भावी मुख्यमंत्री का ख्वाब देख रहे थे। उनके जन्मदिन पर फरवरी में ठाणे में बैनर लगाकर उन्हें भावी सीएम घोषित कर दिया गया था। यह बात आई-गई हो गई लेकिन शिवसेना की लीडरशिप ने इस पर ध्यान नहीं दिया। जानिए कौन है एकनाथ शिंदे, जिसने उद्धव ठाकरे को मुसीबत में डाल दिया है।