जब बागी विधायक गुवाहाटी से महाराष्ट्र और मुंबई में लौटेंगे तो शिव सैनिकों के साथ उनकी झड़प हो सकती है और ऐसे में महाराष्ट्र में सियासी माहौल बेहद तनावपूर्ण हो सकता है।
महाराष्ट्र में हुई बग़ावत के बाद शिवसेना लगातार बीजेपी और केंद्र सरकार पर हमला कर रही है। ताज़ा संपादकीय में शिवसेना ने बगावत करने वाले विधायकों को नचनिया कहा है।
महाराष्ट्र में चल रही सियासी लड़ाई अब शीर्ष अदालत तक पहुंच गई है। इसके साथ ही यह लड़ाई विधानसभा और सड़कों पर भी लड़ी जा रही है। इस लड़ाई में आगे क्या होगा?
महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा उलटफेर हो सकता है। शिंदे गुट के बीस बागी विधायकों ने उद्धव ठाकरे से संपर्क किया है और लौटने की इच्छा जताई है। ये सभी विधायक बीजेपी में विलय के खिलाफ हैं।
महाराष्ट्र के बागी विधायकों के परिवार को केंद्र सरकार ने सीआरपीएफ की सुरक्षा दे दी है। यह सुरक्षा कानून व्यवस्था के नाम पर दी गई है। हालांकि महाराष्ट्र सरकार ने कहा है कि किसी भी विधायक की सुरक्षा वापस नहीं ली गई है।
क्या शिवसेना में बागियों की लड़ाई लंबी खिंचेगी या फिर बागी जल्द ही कुछ बड़ा क़दम उठाएँगे? आख़िर उद्धव ठाकरे के वफादार राउत ने अब बागियों को क्यों ललकारा?
शिवसेना के एकनाथ शिंदे के विद्रोह के बाद राज्य में राजनीतिक अस्थिरता के बावजूद सीएम उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार ने आख़िर ताबड़तोड़ फ़ैसले कैसे लिए? जानिए, ये ताबड़तोड़ फ़ैसले लेने वाले मंत्री कौन हैं।
शिवसेना के बागी विधायक गुवाहाटी में हैं लेकिन मुंबई में उनके दफ्तरों पर हमले शुरु हो गए हैं ऐसे में उनके महाराष्ट्र पहुंचने के बाद बवाल और बढ़ सकता है।